Friday, November 22, 2024

ज्ञानवापी तहखाने में 31 साल बाद हुई पूजा, देर रात हुआ शंखनाद, देखिए तस्वीरें

लखनऊ। वाराणसी जिला अदालत ने ज्ञानवापी परिसर में स्थिति व्यास जी के तहखाने में हिंदुओं को पूजा पाठ करने का अधिकार दिया। जिसके बाद बुधवार देर रात कमिश्नर ने बैरिकेडिंग हटाकर यहां पर पूजा कराई। 1 फरवरी को 31 साल बाद ज्ञानवापी परिसर में पूजा-अर्चना शुरू हुई। तड़के ही लोग बड़ी संख्या में ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पूजा करने के लिए पहुंचे हुए हैं।

पूजा को लेकर उमड़ी भीड़

इस मामले को लेकर डीएम ने कहा कि जिला कोर्ट के आदेश का अनुपालन किया गया है। विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश मिश्रा व राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविड़ ने व्यास जी तहखाने में पूजा-पाठ कराई है। तहखाने में पूजा-पाठ का अधिकार काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को सौंप दिया गया है। वहीं लोगों की भीड़ को देखते हुए कड़े प्रशासनिक सुरक्षा के घेरे में पूजा कराई जा रही है।

बदला गया साइन बोर्ड

इधर कुछ युवकों ने रात में ज्ञानवापी की तरफ जाने वाले मार्ग पर साइन बोर्ड को ज्ञानवापी मंदिर मार्ग लिख दिया है। जिसकी तस्वीरें भी वायरल हो रही है। बता दें कि बुधवार को वाराणसी जिला कोर्ट के जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए हिंदुओं को व्यासजी के तहखाने में पूजा करने का अधिकार दिया। पिछले 31 सालों यानी कि 1993 से तहखाने में पूजा-पाठ बंद था।

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