लखनऊ। आगरा समेत पूरे प्रदेश में मौसम में तेजी से बदलाव आ रहे है। मौसम कभी ठंडा तो कभी गर्म हो जाता है। जिस वजह से प्रदेश में वायरल बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे है। लगभग हर घर में एक न एक मरीज वायरल बुखार की चपेट में हैं। सोमवार को एसएन(SN) मेडिकल […]
लखनऊ। आगरा समेत पूरे प्रदेश में मौसम में तेजी से बदलाव आ रहे है। मौसम कभी ठंडा तो कभी गर्म हो जाता है। जिस वजह से प्रदेश में वायरल बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे है। लगभग हर घर में एक न एक मरीज वायरल बुखार की चपेट में हैं। सोमवार को एसएन(SN) मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में वारल बुखार के मरीजों की भारी भीड़ रही। मेडिसिन विभाग और त्वचा रोग विभाग में सबसे ज्यादा मरीज आए। एक घंटा अतिरिक्त मरीजों को देखा गया।
एसएन की ओपीडी में 3,155 मरीज सोमवार को अस्पताल आए। सुबह से काउंटर पर भीड़ जमा हो गई। पर्चे के लिए धक्का-मुक्की हुई। घंटे भर मरीजों के पर्चे बनाए गए। सबसे ज्यादा मेडिसिन विभाग में पहुंचे। इस विभाग में 656 मरीज आए। इनमें सबसे ज्यादा वायरल बुखार, डायरिया से पीड़ित मरीज थे। मेडिसिन विभाग के डॉ. अजित चाहर का कहना है कि बदले मौसम के चलते वायरल बुखार तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इसमें तेज बुखार, सिर-पेट में दर्द और घबराहट भी हो रही है। शुरुआत में मांसपेशियों में दर्द, थकान महसूस होती है। 5-8 घंटे बाद बुखार आ जाता है। मरीज के आसपास के लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। उल्टी-दस्त होने से मरीज की हालत और बिगड़ रही है। इनमें से 5-8 मरीजों को प्रतिदिन भर्ती करना पड़ रहा है।
वायरल फीवर से पीड़ित खुद को क्वारंटीन करें। जिससे सक्रमण अन्य व्यक्तियों में ना फैले।
डॉक्टर के परामर्श लेकर ही दवा लें।
खांसी-जुकाम होने पर बच्चों को स्कूल भेजने से बचें। यदि भेजे भी तो मास्क लगाकर भेजें।
खुले में बिकने वाली सामग्री, बर्फ के गोला या आइसक्रीम बच्चों को न खिलाएं।
हो सके तो ठंडे पानी की बजाय उबले हुआ पानी पीएं।
रेफ्रिजरेटर में रखा बासी खाना ना खाएं।
पूरी बाजू के कपड़े पहनकर रहें, आसपास के क्षेत्र में जलभराव न होने दें।