लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक महिला ने ढाई लाख रुपए में अपने बच्चें को बेच दिया. महिला का कहना है कि उसने अपने बच्चें को बेच दिया था और अब वह उसे वापस नहीं लेगी. उसने ढाई लाख में बच्चें को बेचा था लेकिन दलाल ने उसे 1 लाख रुपये ही दिए और […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक महिला ने ढाई लाख रुपए में अपने बच्चें को बेच दिया. महिला का कहना है कि उसने अपने बच्चें को बेच दिया था और अब वह उसे वापस नहीं लेगी. उसने ढाई लाख में बच्चें को बेचा था लेकिन दलाल ने उसे 1 लाख रुपये ही दिए और बाकी रुपया खा गया. उसने कहा कि उसे बच्चा नहीं बल्कि पैसा चाहिए.
घटना फैजगंज बेहटा के एक गांव की है. इस गांव के एक दंपति ने ढाई लाख रुपए में अपना बच्चा बेचा था. लेकिन दलाल द्वारा बाकी रकम नहीं मिलने पर उसने थाने जाकर अपहरण का केस दर्ज करवाया। पुलिस ने जब इस मामले की तहकीकात की तो पता चला कि दंपति ने बच्चे का सौदा किया है. इस मामले में पुलिस ने दलालों को पकड़ लिया है.
एसओ सिद्धांत चतुर्वेदी ने बताया कि 19 जनवरी को आसफपुर स्वास्थ्य केंद्र पर महिला की डिलीवरी हुई थी. उसके बाद उसने 26 जनवरी को अपने बच्चे को बेच दिया. दंपति ने अपना बच्चा मेरठ थाना क्षेत्र के प्रमोद को ढाई लाख में बेचा था. पुलिस ने जब प्रमोद से इस मामले में पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने बच्चा गोद लिया है. दंपति ने एक स्टांप पेपर पर लिखकर भी दिया है कि उसने बच्चा गोद लिया है. रविवार को पुलिस बच्चे को लेकर थाने पहुंची लेकिन उसके असली माता-पिता ने अपनाने से इंकार कर दिया.
दंपति ने बताया कि एक लाख रुपये का उन्होंने नई साइकिल, मोबाइल और साड़ियां खरीद ली है. घर में तेल, अनाज सब खत्म था तो वो सब भी खरीद लिया है. उन्होंने बच्चा लेने से इंकार करते हुए कहा कि उनके पास पहले से ही पांच बच्चें हैं. इनका भरण-पोषण ही बड़ी मुश्किल से कर पाते है, ऐसे में उन्हें ये बच्चा नहीं चाहिए। बस बचे हुए बाकी रकम लौटा दी जाए.