लखनऊ। ज्ञानवापी में सर्वे को लेकर पुलिस और प्रशासनिक महकमा अलर्ट पर है. एसएसआई की टीम शुक्रवार यानी आज पहुंच चुकी है. पुलिस आयुक्त मुठा अशोक जैन ने कहा कि सर्वे में किसी तरह का व्यवधान नहीं आएगा। ASI करेगा सर्वे आपको बता दें, वाराणसी के ज्ञानवापी स्थित सील वजूखाने को छोड़कर अन्य क्षेत्रों का […]
लखनऊ। ज्ञानवापी में सर्वे को लेकर पुलिस और प्रशासनिक महकमा अलर्ट पर है. एसएसआई की टीम शुक्रवार यानी आज पहुंच चुकी है. पुलिस आयुक्त मुठा अशोक जैन ने कहा कि सर्वे में किसी तरह का व्यवधान नहीं आएगा।
आपको बता दें, वाराणसी के ज्ञानवापी स्थित सील वजूखाने को छोड़कर अन्य क्षेत्रों का सर्वे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम आज सर्वे करेगी. इलाहबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद ही जिला और पुलिस प्रशासन ने गुरुवार को एसएसआई के सहयोग और सुरक्षा की जरुरी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिले की पुलिस और प्रशासनिक महकमा हाई अलर्ट पर है. वहीं सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही है. जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने कहा कि अदालत के आदेश का पालन कराया जाएगा। एएसआई टीम का सर्वे में हर तरह का सहयोग दिया जाएगा।
एसएसआई ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिले की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क किया। एसएसआई की टीम वाराणसी में मौजूद है. इस टीम में राजधानी लखनऊ, आगरा, दिल्ली, प्रयागराज पटना समेत कई शहरों के विशेषज्ञ को शामिल किया गया है.पुलिस आयुक्त ने इसी मामले में गुरुवार को ज्ञानवापी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया। करीब तीन घंटे तक पुलिस आयुक्त ने सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता रखने की रणनीति बनाई।
24 जुलाई की सुबह एसएसआई की 43 सदस्यीय टीम के साथ ज्ञानवापी में लगभग साढ़े पांच घंटे तक सर्वे किया था। दोपहर 12:30 बजे सर्वे ऊपर रोक लगाने सम्बंधित सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया. उस दिन से आज तक 10 सुप्रीम कोर्ट और फिर इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश से ज्ञानवापी में सर्वे का काम रुका रहा.
जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने ज्ञानवापी की मौजूदा संरचना को नुकसान पहुंचाए बिना एसएसआई को 4 अगस्त तक रिपोर्ट देने को कहा था. रिपोर्ट में एसएसआई को ये बताना था कि क्या मंदिर को ध्वस्त कर उसके ढांचा के ऊपर मस्जिद बनाई गई है? मगर मामला सुप्रीम और हाईकोर्ट में जा पहुंचा। अब हाईकोर्ट ने सर्वे पर मुहर लगा दी है. मामले की सुनवाई शुक्रवार को भी जिला जज की अदालत में होनी है.