लखनऊ। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कला संकाय चौराहे पर भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मनुस्मृति की प्रतियां जलाने की कोशिश की। इसकी सूचना जैसे ही प्राक्टोरियल बोर्ड को मिली। सूचना मिलने पर प्राक्टोरियल बोर्ड मौके पर पहुंचा। बोर्ड के मेंबर छात्रों को यह करने के लिए मना करने लगी, लेकिन वहां सैकड़ों की संख्या कार्यकर्ता मौजूद थे।
छात्रों और बोर्ड के बीच 3घंटे तक बहस
इस बीच छात्रों ने धरना देना शुरू कर दिया। मनु स्मृति जलाने की कोशिश और मारपीट के मामले में BHU के सुरक्षा अधिकारी एचए जैदी ने लंका थाने में इस मामले की शिकायत दी। पुलिस ने 13 नामजद छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। जिनमें संदीप जायसवार, मुकेश कुमार, शुभम कुमार, अरविंद पाल, अमर शर्मा, लक्ष्मण कुमार, अनुपम कुमार, अविनाश, आदर्श, सिद्दी तिवारी, अरविंद, कात्यानी बी. रेड्डी और इप्सिता अग्रवाल आरोपी हैं। छात्रों और प्राक्टोरियल बोर्ड के बीच लगभग 3 घंटे तक बहस होती रही।
छात्राओं के बीच धक्का मुक्की
चौराहे पर जहां छात्रों ने मनु स्मृति जलाने की बात कही थी। वहीं एक ओर छात्र संगठन धरने पर बैठ गया, तो दूसरी ओर प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य भी बैठ गए। उन्होंने कहा कि आप चौराहे पर मनु स्मृति नहीं जला सकते हैं। लेकिन, अचानक छात्रों के एक दल द्वारा मनुस्मृति के प्रति को जलाने का प्रयास किया गया। इस समय प्रक्रिया बोर्ड के सदस्यों के साथ धक्का- मुक्की शुरू हो गई। प्राक्टोरियल बोर्ड की महिला गार्ड के साथ भगत सिंह छात्र मोर्चा की छात्राओं ने जमकर धक्का मुक्की किया।
छात्रों से पूछताछ जारी
आरोप है कि छात्राओं ने महिला गार्ड को बुरी तरह से घायल कर दिया, तो वहीं दूसरी ओर भगत सिंह छात्र मोर्चा के छात्रों का कहना है कि प्राक्टोरियल बोर्ड द्वारा हमें बुरी तरह से पीटा गया है। सुरक्षा अधिकारी की शिकायत पर सभी छात्रों को लंका थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।