लखनऊ। रीवैंप योजना के तहत चार फेज में बरेली में 4.50 लाख स्मार्ट प्री-पेड बिजली मीटर लगाए जाएंगे। विद्युत निगम ने इसके लिए सर्वे शुरू करा दिया है। शहर में 1.40 लाख और देहात क्षेत्र में 3.10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है। पहले फेज में शहरी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
पिछले साल 57 हजार मीटर लगाए गए
पिछले साल शहर में 57 हजार उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। इनमें बिलिंग और मीटर जंप होने जैसी शिकायतें आने लगीं तो काम रोक दिया गया। अब स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे। प्री-पेड मीटर लगाए जाने के बाद उपभोक्ताओं को बिजली उपयोग करने के लिए पहले रिचार्ज कराना होगा।
रिचार्ज खत्म होने से पहले संबंधित उपभोक्ता के मोबाइल फोन पर मैसेज आएगा। इससे बिलिंग की गड़बड़ियों में सुधार होने की उम्मीद है। विद्युत निगम को भी बिलिंग और बकाया वसूली संबंधी झंझटों से छुटकारा मिल जाएगा। एक प्री-पेड मीटर पर 6,230 रुपये का खर्च का अनुमान है। हालांकि, इसके लिए उपभोक्ता को कोई भुगतान नहीं करना होगा। शहर समेत जिले में जून तक सर्वे पूरा कर लिया जाएगा।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे मीटर
प्री-पेड स्मार्ट मीटर अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे। इन मीटरों से छेड़छाड़ या बाइपास नहीं किया जा सकेगा। ऐसा करने पर सीधे कंट्रोल रूम को मेसेज जाएगा। उपभोक्ता प्री-पेड सिम की तरह ही पहले रिचार्ज कराकर स्मार्ट प्री-पेड मीटर का लाभ उठा सकेंगे। रिचार्ज खत्म होने पर बिजली आपूर्ति ठप हो जाएगी।
मुख्य अभियंता रणविजय सिंह ने बताया
मुख्य अभियंता रणविजय सिंह ने बताया कि शहर और देहात क्षेत्र में 4.50 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने हैं। मीटर लगाने का खर्च निगम वहन करेगा। इसके लिए सर्वे शुरू करा दिया गया है। सर्वे पूरा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पहले चरण में शहर के शत-प्रतिशत उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे।