लखनऊ। 25 अप्रैल को एसटीएफ की नोएडा टीम ने संजय शेरपुरिया को गिरफ्तार किया था। वह बीजेपी के बड़े नेताओं से अपनी रिश्तेदारी बताकर सीधे-साधे लोगों को ठगने का काम करता था। अब उसके केस को एसटीएफ के हवाले कर दिया गया है। शासन ने इस संबंध में आदेश भी जारी किए हैं। इस पहले विभूतिखंड पुलिस जांच कर रही थी लेकिन अब सभी दस्तावेज एसटीएफ को सौंप दिए गए हैं। उस पर गोमतीनगर के विभूतिखंड थाने में केस दर्ज है।
गौरव डालमिया से था संबंध
संजय शेरपुरिया पर फ्रॉड के गंभीर आरोप लगाए गए है। बताया जा रहा है कि उसने ईडी की जांच मैनेज करने के लिए 11 करोड़ उठाए थे। उसे व्यापारी गौरव डालमिया ने 11 करोड़ रुपये दिया था। डालमिया के खिलाफ अभी ईडी की जांच चल रही है। जबकि शेरपुरिया भी 1 महीने से खुफिया विभाग के रडार पर था।
SBI को लगाया 350 करोड़ का चूना
मालूम हो कि शेरपुरिया का पूरा नाम संजय प्रकाश राय है। गाजीपुर के शेरपुर का रहने वाला ठग राजधानी दिल्ली में संजय शेरपुरिया के नाम से प्रसिद्ध है। दिल्ली में बंगला कब्जाने से लेकर बड़े नेताओं का नाम लेकर फ्रॉड के कई हैरान कर देने मामले को उसने अंजाम दिया है। कई बड़े और ताकतवर नेता के साथ शेरपुरिया की तस्वीरें है। वहीं STF को उसके व्हाट्सएप पर कुछ सनसनीखेज चैट भी मिली है। इसकी कंपनी ने SBI 350 करोड़ का चूना लगाया है।
खुद को बताता था पीएम मोदी का करीबी
बता दें कि संजय राय उर्फ संजय शेखपुरिया खुद को बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं का करीबी बताता था। उसने लोगों को टेंडर दिलवाने के नाम पर ठगी की थी। लोगों को झांसे में लेने के लिए वो सबसे कहता था कि पीएम मोदी उसके बहुत करीबी है। वह बीजेपी के कई नेताओं के साथ मंच साझा कर चुका है। वर्ष 2022 में उसने बीजेपी से गाज़ीपुर से टिकट मांगा था, हालांकि पार्टी ने टिकट नहीं दिया था।