लखनऊ। संसद में हुई सुरक्षा चूक मामले को लेकर दोनों सदनों में शुरू हुए हंगामा शांत नहीं हो रहा। इसी कड़ी में आज यानी मंगलवार को 49 और विपक्षी सांसद को सस्पेंड कर दिया गया है। इस लिस्ट में लोकसभा सांसद डिंपल का नाम भी शामिल हैं। आज जिन नेताओं को सस्पेंड किया गया उसमें मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, शशि थरूर, बसपा से निष्काषित दानिश अली, एनसीपी प्रमुख सुप्रिया सुले, सपा की डिंपल यादव और आप के सांसद सुशील कुमार रिंकू का नाम शामिल हैं। इसी बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है।
अखिलेश ने भाजपा को घेरा
अपनी पत्नी और सपा सांसद डिंपल यादव समेत 49 सांसदों के निलंबन पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी को जवाब देना चाहिए कि संसद जिसे लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं। जब वो सभी विपक्ष को बाहर ही कर देंगे तो फिर इसे मंदिर कैसे कहेंगे। यह भाजपा की मनमानी की शुरुआत है। अगर वे अगली बार सत्ता में आए तो बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का संविधान खत्म हो जाएगा। इसके बाद वो आपको या हमें संसद में प्रवेश नहीं करने देंगे।
क्या बोलीं डिंपल
संसद के शेष शीतकालीन सत्र के लिए अपने निलंबन पर सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि यह अंततः सरकार की विफलता है। कल 80 से सांसद निलंबित किये गए। यह लोकतंत्र के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जो वातावरण अब हम देख रहे हैं, जहां हम अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं संसद में तो ये पूरी तरह से सरकार की नाकामी है। डिंपल यादव ने कहा कि हम बस चाहते थे कि गृह मंत्री आएं और 13 दिसंबर की घटना पर बात करें और सांसदों को सुने।