लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड शुभ मुहूर्त में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। वहीं राम मंदिर निर्माण में हो रही देरी के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रतिक्रिया दी है।
पीएम ने पूरा किया संकल्प
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि देश एक व्यक्ति का इंतजार कर रहा था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। हज़ारों सालों के सपनों को जब कोई व्यक्ति पूरा करने का संकल्प लेता है तो असंभव भी संभव हो जाता है और यह संभव हो गया। मेरे लिए यह भावनात्मक क्षण है। 80 के दशक में मेरी आजी अम्मा विजया राजे सिंधिया जी भी इस अभियान के साथ जुड़ी हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प को सिद्धि में परवर्तित किया। हज़ारों साल पुरानी पीढ़ियों के सपनों को पूरा किया गया है। पीएम मोदी ने खुद कहा कि दिवाली तीन बार मनाई जाएगी, पहली दिवाली के दिन, दूसरी 5 राज्यों में चुनाव की गिनती के दिन और तीसरी 22 जनवरी 2024 को।
4 हज़ार संत आएंगे अयोध्या
इधर, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जानकारी दी है कि नवस्थापित तीर्थक्षेत्रपुरम टिन का नगर बसाया गया है जिसमे छः नलकूप, छः रसोई घर और दस बिस्तरों वाला एक अस्पताल स्थापित किया जा रहा। देशभर के लगभग डेढ़ सौ चिकित्सकों ने इसमें क्रमिक सेवा के लिए अपनी स्वीकृति दी है। इसके साथ नगर के हर कोने में लंगर, भोजनालय, भण्डारा, अन्नक्षेत्र चलेंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 4 हज़ार संतों को आमंत्रण भेजा गया है। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का पूजन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा और काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, लक्ष्मीकांत दीक्षित (कर्मकांड) पूजा सम्पन्न कराएंगे।