लखनऊ। 500 वर्षों के बाद रामलला आज राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालस्वरूप रामलला की पूजा-अर्चना कर अनुष्ठान पूरा किया। लोगों को रामलला के अलौकिक स्वरूप का दर्शन प्राप्त हुआ। इस मौके पर देश-विदेश से कई प्रतिष्ठित अतिथि मौजूद रहे। मेहमानों को श्रीराम जन्मभूमि में तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने […]
लखनऊ। 500 वर्षों के बाद रामलला आज राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालस्वरूप रामलला की पूजा-अर्चना कर अनुष्ठान पूरा किया। लोगों को रामलला के अलौकिक स्वरूप का दर्शन प्राप्त हुआ। इस मौके पर देश-विदेश से कई प्रतिष्ठित अतिथि मौजूद रहे। मेहमानों को श्रीराम जन्मभूमि में तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या पर किताब, एक विशेष माला, राम नामी दुपट्टा और मेटल से बना दीया भेंट किया। किताब का नाम द लॉर्ड्स एबोड है, इसके कवर पर रामलला की पुरानी मूर्ति की तस्वीर लगी हुई है।
इसके साथ में माला , एक कपड़े की थैली है जिस पर उत्तर प्रदेश पर्यटन की टैगलाइन लगी हुई है। मेहमानों को चार लड्डू, काजू, रेवड़ी, चिप्स और किशमिश का डब्बा दिया गया है। वहीं पीएम मोदी ने राम मंदिर बनाने वाले मजदूरों पर पुष्प बरसायें। ये मजदूर अलग-अलग कंपनियों के हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने कुबेर टीला पर जटायू की मूर्ति का अनावरण कर फूल चढ़ाए।
चिराग पासवान ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि पावन रामनगरी अयोध्या धाम में श्री रामलला सरकार की विग्रह मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने पर देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। अपने पूर्वजों के पांच सौ वर्षों की तपस्या के परिणामस्वरूप इस ऐतिहासिक संस्कृति उत्सव का साक्षी बनना मेरे लिए सौभाग्य की विषय है। आज अयोध्या धाम आकर अभिभूत और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। प्रभु श्री राम आ गए हैं।
की गई पुष्प वर्षा
बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या में कई प्रतिष्ठित अतिथि पहुंचे। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सेना के हेलीकॉप्टर ने पुष्प वर्षा की। 50 वाद्ययंत्र से मंगल ध्वनि बजाया गया। मौके पर मौजूद मेहमान घंटिया बजा रहे थे। 121 आचार्यों ने अनुष्ठान का संचालन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला को साष्टांग दंडवत किया। गर्भ गृह में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उपस्थित रहीं।