लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज शनिवार यानी 19 जनवरी को अनुष्ठान का पांचवां दिन है। कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। राम मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है। मेहमान अयोध्या पहुंचने लगे हैं। वहीं इन सबके बीच असत्यापित, उत्तेजक और फर्जी संदेशों के प्रचार-प्रसार के लिए एडवाइजरी जारी की है।
एडवाइजरी जारी
मंत्रालय ने 20 जनवरी को समाचार पत्रों, टेलीविजन चैनलों, डिजिटल समाचार प्रकाशकों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि उन्हें कोई भी ऐसी सामग्री प्रकाशित नहीं करनी है जो झूठी या हेरफेर या सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की क्षमता रखती हो। इसके लिए मंत्रालय के तरफ से पत्र जारी किया गया है।
अपमानजनक दृश्य का प्रयोग न हो
एडवाइजरी में कहा गया है कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी जो पूरे भारत में मनाई जाएगी। ऐसा देखा गया है कि विशेष रूप से सोशल मीडिया पर कुछ असत्यापित, उत्तेजक और फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं। इस तरह के संदेश सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं। कोई भी ऐसा कार्यक्रम नहीं चलाया जाना चाहिए जिसमें धर्मों या समुदायों पर हमला या धार्मिक समूहों के प्रति अपमानजनक दृश्य या शब्द का इस्तेमाल किया गया हो।
राष्ट्र-विरोधी दृष्टिकोण को न दें बढ़ावा
सांप्रदायिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने वाले चीजों पर रोक लग्न चाहिए। इसमें अश्लील, अपमानजनक, जानबूझकर, झूठी और विचारोत्तेजक बातें और आधा सच शामिल है। साथ ही हिंसा को प्रोत्साहित करने या भड़काने की बातें न हो। कानून और व्यवस्था के रखरखाव के खिलाफ कुछ भी शामिल है या जो राष्ट्र-विरोधी दृष्टिकोण को बढ़ावा देता हो उसे परहेज करना है।