लखनऊ: अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। कार्यक्रम 22 जनवरी तक चलेंगे। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां अत्यधिक सतर्कता बरत रही है। एटीएस और एसटीएफ की नजर वाराणसी सहित पूर्वांचल के 10 जिलों के 115 से ज्यादा लोगों पर हैं। ये सभी वे लोग हैं जो पहले प्रतिबंधित संगठन सिमी से जुड़े थे और बाद में इनका झुकाव पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तरफ हो गया। ऐसे लोगोंऔर उनके करीबियों के हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है .
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
दरअसल 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसेक दो दिन के बाद 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस है। फिर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस है। ऐसे में योगी सरकार शांति और कानून व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए नजर आ रही है। इसे लेकर एटीएस और एसटीएफ के अफसरों से कहा गया है कि वाराणसी सहित पूर्वांचल के 10 जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।
सोशल मीडिया पर पैनी नजर
इस कारण गोपनीय तरीके से स्थानीय पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट संदिग्ध लोगों का सत्यापन कर उनकी मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर रही है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म की भी हाई लेवल मॉनिटरिंग हो रही है। ताकि किसी तरह की अफवाह न फैलाया जाएं।