लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड शुभ मुहूर्त में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हाथों से रामलला की […]
लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड शुभ मुहूर्त में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हाथों से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे और पहली आरती उतारेंगे। इसी बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मानचित्र का वर्णन किया है।
उन्होंने मानचित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मंदिर का निर्माण 70 एकड़ भूमि के उत्तरी भाग पर किया जा रहा है। यहां तीन मंजिला मंदिर बनाया जा रहा है। मंदिर के भूतल का काम पूरा हो चुका है, पहली मंजिल निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर हम सरयू नदी से या जमीन से पानी लेंगे लेकिन भूजल जमीन में ही जाएगा। 20 एकड़ से ज्यादा जमीन पर निर्माण कार्य चल रहा है जबकि 50 एकड़ में हरियाली है। ये पेड़ सौ साल पुराने हैं। ये जंगल इतने घने है कि यहां पर सूर्य की किरणे जमीन तक नहीं पहुंचती। इस वजह से सरयू में पानी नहीं जायेगा। हम जीरो डिस्चार्ज पॉलिसी पर काम कर रहे हैं।
इधर, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जानकारी दी है कि नवस्थापित तीर्थक्षेत्रपुरम टिन का नगर बसाया गया है जिसमे छः नलकूप, छः रसोई घर और दस बिस्तरों वाला एक अस्पताल स्थापित किया जा रहा। देशभर के लगभग डेढ़ सौ चिकित्सकों ने इसमें क्रमिक सेवा के लिए अपनी स्वीकृति दी है। इसके साथ नगर के हर कोने में लंगर, भोजनालय, भण्डारा, अन्नक्षेत्र चलेंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 4 हज़ार संतों को आमंत्रण भेजा गया है। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का पूजन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा और काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, लक्ष्मीकांत दीक्षित (कर्मकांड) पूजा सम्पन्न कराएंगे।