लखनऊ। योगी सरकार में मंत्री रह चुके आशुतोष उर्फ़ गोपाल जी टंडन का निधन हो गया है। आशुतोष टंडन लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। गुरुवार को दोपहर 12.07 बजे उनका निधन हो गया। वो लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। उनके निधन से लखनऊ पूर्वी की सीट खाली हो गई है। उनके भाई अमित टंडन ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनके निधन की खबर दी। वहीं उनके निधन पर राजनाथ सिंह एवं अखिलेश यादव ने दुःख जताया है।
रक्षा मंत्री ने जताया दुःख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आशुतोष टंडन के निधन पर एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं लखनऊ पूर्व के विधायक ‘गोपालजी’ के निधन से मुझे गहरा दुःख हुआ। उनका राजनीतिक जीवन लखनऊ वासियों की सेवा में समर्पित था। पार्टी को मज़बूती देने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लखनऊ और प्रदेश के विकास के लिए, उनके द्वारा किए गए कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे। दुःख की इस घड़ी में उनके शोकाकुल परिवार के प्रति मैं अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ। ओम शान्ति!
अखिलेश ने जताया दुःख
वहीं सपा प्रमुख एवं राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव लखनऊ ने एक्स पर लिखा है कि लखनऊ पूर्वी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक आशुतोष टंडन का निधन अत्यंत दुःखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं।
जुलाई से चल रहा था इलाज
बता दें कि आशुतोष टंडन पूर्व राज्यपाल और लखनऊ से सांसद रहे लालजी टंडन के बेटे हैं। उनकी तबीयत लंबे समय से ख़राब चल रही थी। जिससे उनका उपचार मेदांता के ICU में चल रहा था। पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन की तबीयत लंबे समय से नासाज़ चल रही थी। जिस वजह से उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में एडमिट कराया गया था। आशुतोष टंडन का उपचार मेदांता के ICU में चल रहा था। आज उनके निधन की खबर सामने आई जबकि जुलाई के महीने से ही आशुतोष टंडन का मेदांता में इलाज चल रहा था।
खाली हुई सीट
आशुतोष टंडन लखनऊ की पूर्वी विधानसभा सीट से वर्तमान में विधायक थे। वर्ष 2013 में हुए लखनऊ की पूर्वी विधानसभा सीट के उपचुनाव में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में तीसरी बार इसी सीट से विधायक बने थे। साथ ही योगी सरकार के पहले कार्यकाल में गोपाल जी टंडन के पास शहरी विकास, रोजगार और गरीबी उन्मुलन जैसे कई बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी थी। आशुतोष टंडन के निधन के बाद लखनऊ की पूर्वी विधानसभा सीट भी खाली हो गई। जिस पर अब दोबारा उपचुनाव होंगे।