लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फरेंसिंग के माध्यम से अमृत भारत स्टेशन योजना को लांच करेंगे। देशभर के 508 स्टेशनों के नवीनकरण वाली इस योजना के लिए स्टेशनों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के के 55 स्टेशन शामिल
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ रुपये होगी वहीं यह भी बताया गया कि इससे यात्रियों को आधुनिक सेवाएं भी दी जाएंगी। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के 55 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे।
इन राज्यों में भी स्टेशनों का पुनर्विकास
पीएमओ ऑफिस ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पुनर्विकास परियोजना में उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, कर्नाटक आदि राज्य शामिल हैं
अमृत भारत स्टेशन योजना होगा लांच
प्रधानमंत्री मोदी आज वर्चुअल माध्यम से अमृत भारत स्टेशन योजना को लांच करने वाले हैं. इसमें क्षेत्र के केंद्रीय मंत्री, विधायक और सांसद उपस्थित रहेंगे। रेलवे अधिकारी केंद्र सरकार के नए भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता को दोहराएंगे। इन स्टेशनों पर इस भव्य कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा। जिस तरह से लोग प्रधानमंत्री के मन की बात सुनते हैं, इसी तरह से स्टेशन पर बड़ी- बड़ी स्क्रीन लगाकर रेलवे की पूरी योजना से लोग अवगत होंगे।
रेलवे के महाप्रबंधक ने दी जानकारी
रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी के अनुसार दुनिया के सबसे बड़े और व्यस्ततम रेलवे नेटवर्क्स में से एक है, जो देश के हजारों शहरों और नगरों को परस्पर जोड़ते हुए लाखों लोगों को यातायात का एक महत्वपूर्ण साधन उपलब्ध कराता है। पिछले नौ वर्षों से भारतीय रेल के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके अंतर्गत आधारभूत ढांचे, तकनीक और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों की पुनर्सज्जा, नई रेलवे लाइनें बिछाने, शत- प्रतिशत विद्युतीकरण और यात्रियों एवं परिसंपत्तियों की संरक्षा को बढ़ाने जैसी व्यापक गतिविधियां शामिल हैं।
सिटी सेंटर का रूप देने का प्रयास
पीएमओ ने कहा, इसके तहत शहर के दोनों किनारों के समुचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘ सिटी सेंटर ’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण शहर के समग्र शहरी विकास के समग्र दृष्टिकोण से प्रेरित है, जो रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित है।