लखनऊ। अयोध्या में रामलला अपने दिव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला के आंखों से पट्टी खोली और हाथों में कमल का फूल लेकर पूजन किया। पीतांबर धारण किये रामलला के हाथों में धनुष-बाण लिए हुए दिखे। वहीं प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने वहां पर मौजूद अतिथियों को संबोधित किया।
मांगी क्षमा याचना
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे राम लला अब टेंट में नहीं रहेंगे, वे अब दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा पूर्व विश्वास है कि जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश और दुनिया के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी। यह क्षण अलौकिक है। यह माहौल, यह घड़ी हम सब पर प्रभु श्री राम का आशीर्वाद है। इस दौरान पीएम मोदी ने प्रभु राम से क्षमा याचना भी मांगी।
कंठ अवरुद्ध है
पीएम ने कहा कि मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने सियावर राम जयकार करते हुए कहा कि आज प्रभु आ गए हैं। इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है।