लखनऊ। हिंदी और भोजपुरी के प्रख्यात कवि पंडित हरिराम द्विवेदी का कल 87 साल की उम्र में निधन हो गया। महमूरगंज के मोती झील स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। वो काफी लंबे समय से बीमार थे। इसी साल मार्च में उनकी पत्नी सत्यभामा देवी का भी निधन हो गया था। वहीं पंडित […]
लखनऊ। हिंदी और भोजपुरी के प्रख्यात कवि पंडित हरिराम द्विवेदी का कल 87 साल की उम्र में निधन हो गया। महमूरगंज के मोती झील स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। वो काफी लंबे समय से बीमार थे। इसी साल मार्च में उनकी पत्नी सत्यभामा देवी का भी निधन हो गया था। वहीं पंडित जी के निधन पर पीएम मोदी ने दुःख जताया है।
पीएम मोदी ने दुःख जताते हुए लिखा है कि हिंदी साहित्य के मूर्धन्य रचनाकार और काशी के निवासी पंडित हरिराम द्विवेदी जी के निधन से दुखी हूं। अंगनइया और जीवनदायिनी गंगा जैसे कविता संग्रहों और अपनी विभिन्न रचनाओं के साथ, वे हमेशा हमारे जीवन में उपस्थित रहेंगे। उन्हें श्रीचरणों में स्थान मिले, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है।
बता दें कि हरिराम द्विवेदी को साहित्य अकादमी भाषा सम्मान, साहित्य भूषण, राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार और साहित्य सारस्वत सम्मान मिल चुका है। उन्होंने रमता जोगी, हाशिए का दर्द, अंगनईया, जीवनदायिनी गंगा, पानी कहे कहानी, साईं भजनवाली और फ़कीर समेत कई काव्य संग्रहों की रचना की। हरिराम द्विवेदी के निधन से भोजपुरी जगत को बड़ी क्षति पहुंची है।