Friday, November 22, 2024

ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे रिपोर्ट पर भड़के मुसलमान, जुमे की नमाज के बाद मीडिया से की अभद्रता

लखनऊ। ज्ञानवापी परिसर की एएसआई सर्वे रिपोर्ट गुरुवार रात सार्वजनिक कर दी गई। 839 पेज की रिपोर्ट हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्ष को सौंप दी गई है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने इसे लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जहां उन्होंने दावा किया है कि सर्वे रिपोर्ट में मंदिर होने के 32 सबूत मिले हैं। वहीं दीवारों पर कन्नड़, तेलुगु, देवनागरी और ग्रंथा भाषाओं में लेखनी का सबूत मिला है। उन्होंने अपने दावों में ये भी कहा कि यहां पर गणेश और हनुमान जी की खंडित मूर्तियां मिली है।

मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की

वहीं सर्वे रिपोर्ट आने के बाद पहली नमाज शुक्रवार को अदा की गई। नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम ज्ञानवापी पहुंचे। मस्जिद से निकलने के बाद अंजुमन इंतेजामिया समिति के जॉइंट सेक्रेटरी को साथी नमाजियों ने बोलने से रोक दिया। ASI रिपोर्ट पर बात करने को लेकर नमाजियों ने मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी की। उन्होंने कहा कि वो चाहे जो कहे लेकिन हम 1991 पूजा अधिनियम को मानेंगे और उसी आधार पर फैसला भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वो लोग एएसआई के कहे हुए को नहीं मानते हैं।

मंदिर के ऊपर बनी मस्जिद

बता दें कि गुरुवार को ज्ञानवापी एएसआई सर्वे रिपोर्ट पर बात करते हुए हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन कहा कि एएसआई रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिद मंदिर के ऊपर बनाई गई है। मस्जिद के तहखानों के अंदर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं। वहीं इसे लेकर मस्जिद पक्ष का कहना है कि मस्जिद परिसर में किराएदार रहते थे और उनका काम मूर्ति बनाना था। ये मूर्तियां उन्होंने ही फेंकी हैं।

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