लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज यानी गुरुवार को अनुष्ठान का तीसरा दिन है। दोपहर पौने एक बजे रामलला की मूर्ति गर्भगृह में रखी जा सकती है। मूर्ति की स्थापना रामयंत्र पर होगी। वहीं 22 जनवरी को नव निर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला […]
लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज यानी गुरुवार को अनुष्ठान का तीसरा दिन है। दोपहर पौने एक बजे रामलला की मूर्ति गर्भगृह में रखी जा सकती है। मूर्ति की स्थापना रामयंत्र पर होगी। वहीं 22 जनवरी को नव निर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इधर, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पदाधिकारी और कार्यकर्ता देश भर में अपने-अपने घरों में चरागां कर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाएंगे।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक सैयद रजा हुसैन रिजवी ने कहा कि श्रीराम राष्ट्र नायक हैं। उनकी जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा है। इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ता देशभर में अपने घरों में चरागां कर जश्न मनाएंगे। घरों को मोमबत्ती और दीयों से रोशन किया जायेगा। दरगाहों पर चादर चढ़ाई जाएगी। बता दें कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अपने समुदाय के लोगों से अपने-अपने घरों में दीये जलाने की अपील की है।
वहीं कल प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन गर्भ गृह की पूजा की गई। शाम में रामलला की मूर्ति का परिसर भ्रमण होना था लेकिन वो नहीं हो पाया। दरअसल रामलला की नई मूर्ति 200 किलो की है। भारी वजन होने की वजह से परिसर भ्रमण का फैसला बदल दिया गया। इसकी जगह पर रामलला की 10 किलो की चांदी की मूर्ति को रामजन्म भूमि परिसर का भ्रमण कराया गया।