लखनऊ। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, उसे लेकर सियासत तेज हो रही है। विपक्ष भाजपा पर राम मंदिर के जरिए लोकसभा चुनाव को भुनाने का आरोप लगा रहा है। पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधा है। जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा धार्मिक आधार पर लोगों […]
लखनऊ। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, उसे लेकर सियासत तेज हो रही है। विपक्ष भाजपा पर राम मंदिर के जरिए लोकसभा चुनाव को भुनाने का आरोप लगा रहा है। पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधा है। जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा धार्मिक आधार पर लोगों में भेदभाव करती है। इस बयान पर अब राजनीति शुरू हो गई है।
ममता बनर्जी के बयान पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में कोई भूमिका अदा नहीं की, जिन्हें श्रीराम जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर को तोड़कर वहां बाबर के नाम के ढांचे खड़े किए जाने का दर्द नहीं पता। जिन्होंने लाठी नहीं खाई, जो जेल नहीं गए वे श्रीराम जन्मभूमि पर 500 वर्षों बाद श्रीराम लला के भव्य मंदिर के निर्माण का महत्व समझ ही नहीं सकते। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि ममता दीदी को सद्बुद्धि दें।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार यानी 9 जनवरी को ममता बनर्जी ने कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर उद्घाटन के जरिए भाजपा नौटंकी कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के ऐसा करने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करना सही नहीं है। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं, जो सभी को साथ लेकर चलता है। ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जब तक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदू-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी।