लखनऊ। ज्ञानवापी मामले में वादी राखी सिंह ने एक खुला पत्र जारी कर कुछ लोगों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। राखी सिंह ने हिंदू पक्ष की चार महिला वादिनी और कुछ अधिवक्ताओं पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही राखी सिंह ने राष्ट्रपति मुर्मू से इच्छामृत्यु की मांग की है।
हो रहा झूठा प्रचार
इस मामले में उन्होंने कहा है कि 9 जून की सुबह 9 बजे तक वो जवाब का इंतज़ार करेंगी इसके बाद आगे का फैसला लेंगी। उन्होंने आगे कहा है कि उन्हें और उनके परिवार को बदनाम किया जा रहा है। उनके बारे में झूठा प्रचार किया गया कि वो मुक़दमा वापस लेना चाहती है। वो और उनका पूरा परिवार मानसिक दबाव झेल रहा है। चीजें अब बर्दाश्त नहीं हो रही हैं। बता दें कि इससे पहले ज्ञानवापी मामले के पैरोकार जितेंद्र सिंह विसेन भी मुकदमें से पीछे हट गये थे।