Friday, November 22, 2024

Gorakhpur News: गोरखपुर चिड़ियाघर लाई गई 10 माह की बाघिन शावक, पैर और गर्दन का हो रहा इलाज

लखनऊ। प्रदेश के दुधवा टाइगर रिजर्व के मैलानी रेंज में रेलवे लाइन के किनारे एक 10 माह का मादा शावक चोटिल अवस्था में पाया गया। शावक को उपचार के लिए दुधवा टाइगर रिजर्व लाया गया। फिलहाल, उसके पैर और गर्दन में लगी चोट को देखते हुए गोरखपुर जू (Gorakhpur News) में उपचार के लिए भेज दिया गया है।इस संबंध में गोरखपुर केशहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि एक 10 माह के शावक के पाए जाने की सूचना प्राप्त हुई।

वहीं प्राणी विज्ञान के निदेशक विकास यादव के अनुसार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव संजय श्रीवास्तव के निर्देश पर वन विभाग एवं पशु चिकित्सकों की टीम ने मादा शावक को रेस्क्यू कर उसका इलाज प्रारंभ कर दिया है।

प्राणी उद्यान गोरखपुर रेफर किया गया

जानकारी के अनुसार, ये रेस्क्यू 10 मई को किया गया था। जिसके बाद दो दिन तक उसका उपचार स्थानीय स्तर पर किया (Gorakhpur News) गया। लेकिन संतोषजनक परिणाम न मिलने पर डॉक्टरों की टीम ने उसे प्राणी उद्यान गोरखपुर रेफर करने की सलाह दी। संजय श्रीवास्तव प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव ने उसे प्राणी उद्यान गोरखपुर भेजने का निर्देश दिया। ताकि जल्द से जल्द शावक का अच्छे से इलाज हो सके और वो स्वस्थ हो जाए। क्योंकि अगर इसका जल्द उपचार नहीं किया गया तो चोट और भी बढ़ सकती है।

पशु चिकित्साधिकारी के अनुसार

वहीं शहीद अशफाक उल्ला प्राणी उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि सोमवार सुबह 5 बजे के आसपास दुधवा की टीम डॉ. दीपक के नेतृत्व में रेस्क्यू किए गये शावक को प्राणी उद्यान गोरखपुर में पहुंचाया गया। डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि इस मादा शावक की उम्र करीब 10 माह है। जिसके पिछले पैरों पर और गर्दन पर चोट लगी है। शावक को ठीक से खड़े होने में कठिनाई हो रही थी। इसकी वजह से उसे पशु चिकित्सालय के वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है। फिलहाल मादा शावक की स्थिति सामान्य है और जल्द ही उसके स्वस्थ होने की उम्मीद है।

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