Sunday, October 27, 2024

गाजीपुर हादसा: जली हुई 6 लाशों के बीच लड़की का सिंदूरदान, पिता को हुई बेटी के अपशकुनी होने की चिंता

लखनऊ। गाजीपुर में हाईटेंशन तार गिरने से यात्रियों से भरी बस में आग लग लगने से 6 लोगों की मौत होने से शादी का माहौल मातम में बदल गया। इसके बाद भी पिता को अपनी बेटी का कन्यादान करके ससुराल भेजना पड़ा। जली हुई 6 लाशों के बीच में लड़की की शादी कराई गई। इस मंजर को देखकर लोगों का कलेजा फट रहा था। दुल्हन ने शादी से इंकार कर दिया, उसने कहा कि ऐसे माहौल में मुझे शादी नहीं करनी। हालांकि बेबस पिता को अपनी बेटी को समझाना पड़ा।

जीने नहीं देता समाज

पिता नंदू पासवान का कहना था कि अगर लड़की की शादी नहीं होती तो समाज उसे जीने नहीं देता। उसकी बेटी को अपशकुनी माना जाता और उसकी शादी भी नहीं हो पाती। इस घटना के लिए उनकी बेटी को दोषी मानते और कहते उसके लक्षण-करम ही सही नहीं है। वो लोगों के ताने सुन-सुनकर अपनी जिंदगी नर्क बनाती इससे सही यही था कि उसकी शादी करा दिया जाये।

बस में 50 से 55 लोग सवार

बता दें कि 11 मार्च, सोमवार को मऊ के रानीपुर थाना क्षेत्र के खिरिया गांव से शादी में शामिल होने के लिए गाजीपुर आ रहे थे। मरदह थाना क्षेत्र में महाहर धाम के पास बिजली का हाईटेंशन तार बस पर गिर गया। बस में दुल्हन पक्ष के 50 से 55 लोग सवार थे। ये लोग मंदिर में शादी करवाने जा रहे थे। नंदू पासवान अपनी बेटी की शादी करवाने गाजीपुर के महाहर धाम जा रहे थे। उनकी बेटी की शादी मंदिर में होने वाली थी। दूल्हे पक्ष के लोग मंदिर पहुंच गए थे लेकिन दुल्हन पक्ष के लोगों के पहुंचने से पहले ही ये दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे में 6 लोगों की जलकर मौत हो गई।

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