लखनऊ। आगरा में डेटिंग एप के चक्कर में फंसकर लोग ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) से संक्रमित हो रहे हैं। HN के एंटीरेट्रो वायरल ट्रीटमेंट ( एआरटी) सेंटर पर तीन वर्षों में 194 समलैंगिक पुरुष एचआईवी संक्रमित पाए गए हैं। काउंसलर डॉ. शीतल तोमर बताती हैं कि पुरुषों से पुरुष में बढ़े HIV संक्रमण का कारण […]
लखनऊ। आगरा में डेटिंग एप के चक्कर में फंसकर लोग ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) से संक्रमित हो रहे हैं। HN के एंटीरेट्रो वायरल ट्रीटमेंट ( एआरटी) सेंटर पर तीन वर्षों में 194 समलैंगिक पुरुष एचआईवी संक्रमित पाए गए हैं। काउंसलर डॉ. शीतल तोमर बताती हैं कि पुरुषों से पुरुष में बढ़े HIV संक्रमण का कारण डेटिंग एप बन रहे हैं।
HIV यानी एड्स एक ऐसी बीमारी है, जिसकी चपेट में लाखों की संख्या में लोग हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन की खोज की जा रही है, ताकि लोगों की जान बचाई जा सके। इसी प्रयास को मजबूत करने के लिए विश्व एड्स वैक्सीन दिवस मनाया जाता है। बताया गया कि पुरुषों से महिलाओं को हुए HIV संक्रमण के अलावा पुरुषों में समलैंगिकता की वजह से एड्स होने के मामले बढ़े हैं।
SN के एआरटी सेंटर ओपीडी में प्रतिदिन 150 से 175 HIV संक्रमित दवा के लिए आते हैं। एआरटी प्रभारी डॉ. जितेंद्र दौनेरिया का कहना है कि लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करने का काम निरंतर होता है। पर, आज कल के युवा कुछ डेटिंग एप के चक्कर में फंस जा रहे हैं। वर्ष 2024 में जनवरी से अप्रैल तक 15 पुरुषों में समलैंगिक संबंध के कारण HIV संक्रमण पाया गया। इनमें 25 से 35 वर्ष तक के 4 युवा हैं। पिछले वर्ष इनकी संख्या 79 थी। इनमें 37 युवा 25 से 35 वर्ष के रहे।
आगरा स्थित एआरटी सेंटर पर 2009 से लेकर अब तक 12,568 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं। इनमें 5103 एचआईवी संक्रमितों का इलाज चल रहा है।
जनवरी से दिसंबर तक साल 2022 में 100 समलैंगिक HIV संक्रमित मिले।
जनवरी से दिसंबर तक साल 2023 में 79 समलैंगिक HIV संक्रमित मिले।
जनवरी से अप्रैल तक साल 2024 में 15 समलैंगिक HIV संक्रमित मिले।