लखनऊ। उत्तर प्रदेश के देवरिया के फतेहपुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड मामले में जांच के दौरान नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि प्रेमचंद यादव ने 1.30 करोड़ की जमीन सिर्फ 21 लाख में लिखवा ली थी। बैनामे के दस्तावेज के मुताबिक सत्यप्रकाश के भाई से 21 लाख रुपये में जमीन खरीदी गई थी जबकि उसी बैनामे के दस्तावेज पर जमीन की सरकारी कीमत 1.30 करोड़ रुपये लिखा हुआ है। बैनामे का इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी नवनाथ मिश्रा गवाह है।
50 लाख की जमीन मात्र 11 लाख में
बता दें कि यह जमीन मृतक सत्यप्रकाश के भाई ज्ञानप्रकाश दूबे की थी। उसने 2014 में अपनी जमीन प्रेम यादव के हाथों बेच दी थी। उस वक़्त पकड़ी बाजार के एक बैंक में खाता खुलवाकर प्रेम यादव ने अकाउंट में 10 लाख रुपये जमा कराये थे। बाद में यह रकम कहां गई इसका पता अब तक नहीं चला है। वहीं केहुनिया गांव ( सत्यप्रकाश का दूसरा गांव) भी चर्चा में है क्योंकि यहां पर भी सत्यप्रकाश और ज्ञान प्रकाश के नाम पर जमीनें है। प्रेमचंद के तार इस गांव तक भी फैले हुए थे। यहां पर ज्ञान प्रकाश के हिस्से की 50 कट्ठा जमीन प्रेमचंद यादव ने 11 लाख रुपये में खरीद ली थी।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि पूरा मामला देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव का है। जहां 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन सुबह-सुबह जमीन विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई। जिसके बाद गुस्साएं मृतक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर पति, पत्नी और तीन नाबालिग बच्चों की निर्मम हत्या कर दी। इस घटना में एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका अभी इलाज चल रहा है।