आगरा/मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद हाईकोर्ट की दो खंडपीठ की मांग तेज होती जा रही है. इसके लिए अब आंदोलन शुरू करने की तैयारी है. शनिवार को आगरा सिविल कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं की एक बैठक हुई। इस मीटिंग में सभी अधिवक्ताओं ने अपने-अपने सुझाव दिए। इस दौरान अधिवक्ताओं ने एक सुर में कहा कि लंबे वक्त से चली आ रही हाईकोर्ट खंडपीठ की मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है। अब हमें इसके लिए आंदोलन का रास्ता चुनना होगा।
आपस में लड़ते आए हैं आगरा और मेरठ
बता दें कि हाईकोर्ट की खंडपीठ की मांग को लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश के दो जनपद आगरा और मेरठ आपस में लड़ते आए है। हालांकि, शनिवार को दोनों जनपदों के अधिवक्ताओं की संयुक्त बैठक में अहम निर्णय लेते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव के मुताबिक अब पश्चिम यूपी में हाईकोर्ट की दो खंडपीठ की मांग होगी और इसके लिए आंदोलन किया जाएगा। इस मांग की पूर्ति के लिए पूरे प्रदेश को एक किया जाएगा।
अब आगरा और मेरठ में नहीं होगा टकराव
बता दें कि शनिवार को आगरा की सिविल कोर्ट के अधिवक्ता अजय सिंह और अधिवक्ता हरदयाल सिंह ने अध्यक्षता में अधिवक्ताओं की एक बैठक हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि अब आगरा और मेरठ हाईकोर्ट खंडपीठ की मांग को लेकर आमने-सामने नहीं होंगे। पिछले वक्त में देखा गया है कि खंडपीठ की मांग को लेकर आगरा और मेरठ के बीच टकराव होता था, जो अब नहीं होगा।