लखनऊ। जातिगत जनगणना (Caste Census) के मुद्दे पर विपक्ष लगातार बीजेपी पर दबाव बना रहा है। बिहार में हुए जातिगत सर्वे के बाद विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है। यूपी की सियासत में भी जातिगत जनगणना का मुद्दा हावी है। सपा के शीर्ष नेता शिवपाल सिंह यादव ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से इस्तीफे की मांग की है।
मौर्य की नहीं सुनता कोई
दरअसल शिवपाल यादव ने केशव प्रसाद मौर्य पर आरोप लगाया कि वो बहानेबाजी करते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सबसे बड़े पिछड़े नेता कि भाजपा में कोई सुनता नहीं है। ऐसे में उन्हें खुद बीजेपी से अलग हो जाना चाहिए। उन्होंने सीएम योगी से केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की मांग कर दी। साथ ही सीएम योगी को सुझाव दिया कि केशव प्रसाद मौर्य की जगह पर पिछड़े वर्ग के किसी दूसरे व्यक्ति को मंत्री बनाया जाएं।
अखिलेश ने अनुपूरक बजट पर उठाये सवाल
शिवपाल सिंह यादव ने आगे कहा कि दूसरा मंत्री ऐसा हो जो पिछड़े और दलितों के लिए काम करें। वहीं आज सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने अनुपूरक बजट को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाया। शीतकालीन सत्र (Winter Session) के चौथे दिन सदन में बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जब सरकार 65 फीसदी पैसा खर्च ही नहीं कर पा रही तो फिर अनुपूरक बजट की जरुरत क्यों पड़ी। राज्य सरकार कहती है कि प्रदेश के इकॉनमी को 1 ट्रिलियन डॉलर की बनाएगी तो अगर पैसा खर्च ही नहीं होगा तो यह कैसे संभव है।