लखनऊ। यूपी में मेरठ जिले के और मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के खेड़ा गांव में मंगलवार को राजपूत समाज की स्वाभिमान महापंचायत का आयोजन हुआ।पंचायत में बीजेपी के विरोध और बहिष्कार करने का एलान किया गया। कहा गया कि BJP प्रत्याशी को हराने वाले कैंडिडेट को वोट देंगे। हालांकि कई वक्ताओं ने एक दल के कैंडिडेट्स […]
लखनऊ। यूपी में मेरठ जिले के और मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के खेड़ा गांव में मंगलवार को राजपूत समाज की स्वाभिमान महापंचायत का आयोजन हुआ।पंचायत में बीजेपी के विरोध और बहिष्कार करने का एलान किया गया। कहा गया कि BJP प्रत्याशी को हराने वाले कैंडिडेट को वोट देंगे। हालांकि कई वक्ताओं ने एक दल के कैंडिडेट्स के समर्थन का ऐलान भी किया।
दरअसल, वेस्ट यूपी में राजपूत समाज बीजेपी के खिलाफ कई पंचायत कर चुका है। मंगलवार महापंचायत मेरठ जिले की सरधना विधानसभा क्षेत्र के गांव खेड़ा में की गई। खेड़ा ठाकुर चौबीसी का गांव हैं। मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में आता हैं। क्योंकि मेरठ की सरधना विधानसभा क्षेत्र मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में आता हैं। इस महापंचायत में लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण सहित समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के उद्देश्य पर चर्चा हुई।
महापंचायत के निर्णय के बारे में पूरन सिंह ने बताया कि पंचों ने तय किया है कि लोकसभा चुनाव में BJP का बहिष्कार किया जाएगा। जो भी राजनीति पार्टी समाज को हिस्सेदारी देगी और भाजपा प्रत्याशी को हराएगी, राजपूत समाज का वोट उसे ही जाएगा। फिलहाल सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और कैराना लोकसभा सीट के लिए यह फैसला लिया गया हैं। इसके बाद चुनाव के चरण के हिसाब से आगे भी महापंचायत होगी और निर्णय लिया जाता रहेगा। कहा गया कि राजपूतों ने जंग छेड़ दी, हमें अब इससे पीछे नहीं हटना है। हमें इतिहास को दोहराना है। हमारे समाज की जितनी संख्या उतनी हिस्सेदारी चाहिए। यहां तक कहा गया कि इसी खेड़ा राजपूत सभा की पंचायत से 2014 में भाजपा की सरकार आई थी। इसी पंचायत से सरकार को उखाड़ना है। हमें मुस्लिम राजपूतों को गले से लगाकर चलना है।
गाजियाबाद और गौतमबुद्द नगर में पंचायत होगी। हाथरस, अलीगढ़, बदायूं में लगातार पंचायत जारी रहेगी। लोटा नमक की परंपरा यह है कि जैसे की पानी में नमक गल जाता है और उसमे कोई आदमी गद्दारी करता है और समाज का व्यक्ति इस तरह गल जाएगा। जो समाज से दूर होगा. आज समाज को हर व्यक्ति की आवश्यकता है. अपने समाज को मजबूत करने के लिए हर व्यक्ति काम करेगा पार्टी फिर मजबूत हो जाएंगी, लेकिन समाज कमजोर हुआ तो समाज दोबारा खड़ा नहीं होगा. भारतीय जनता पार्टी की सरकार साल 2014 में बनी और हिंदू-मुसलमान के नाम पर बनी. क्या मुसलमान यहां से चले गए? हिंदुस्तान में ही सभी मुस्लिम ठाकुर समाज ने भी समर्थन किया।