लखनऊ। देश भर में जगहों-जगहों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो यहां अक्सर सुनने में आता है कि हमेशा जगहों का नामकरण होते रहता है। ऐसे मे आज (मंगलवार) नगर निगम ने अलीगढ़ जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव पर मुहर लगा दिया है. वहीं इस फैसले पर प्रशासन की मुहर का प्रतीक्षा है. मंगलवार (7 नवंबर) को अलीगढ़ के मेयर प्रशांत सिंघल ने कहा कि एक बैठक में अलीगढ़ का नाम बदलने का प्रस्ताव पेश किया गया था. बता दें कि सभी पार्षदों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव का समर्थन किया है।
अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की मांग
मेयर प्रशांत सिंघल ने आगे कहा कि अब यह प्रस्ताव प्रशासन को भेजा जाएगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रशासन इस संबंध में संज्ञान अवश्य लेगा और अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की मांग को जरूर पूरा करेगा. बता दें कि यह मांग लंबे समय से उठाई जा रही है.वहीं तालानगरी का नाम बदलने का यह प्रस्ताव भाजपा पार्षद संजय पंडित के परामर्श पर पास किया गया है.
हरिगढ़ नाम रखने का प्रस्ताव पास
बता दें कि अलीगढ़ नगर निगम की इस बैठक में काफी हंगामा भी देखने को मिला है। वहीं हंगामे के बीच बीजेपी पार्षद ने जिले का नया नाम हरिगढ़ रखने का निर्देश दिया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब अलीगढ़ का नाम बदल कर हरिगढ़ रखा जाए। बीजेपी नेता इससे पहले भी इस तरह की मांग करते आए हैं.
अलीगढ़ ताला नगरी नाम से है मशहूर
उत्तर प्रदेश का एक अहम व्यापारिक केंद्र के रूप में अलीगढ़ का नाम शामिल है और अलीगढ़ अपने ताला उद्योग के लिए पूरे देश भर में मशहूर है. यहां के ताले दुनिया के कोने-कोने में निर्यात किये जाते हैं. इसके साथ अलीगढ़ अपने पीतल के हार्डवेयर और मूर्तिकला के लिए मशहूर है. देश का एक प्रमुख शैक्षिक केंद्र के रूप में अलीगढ़ जाना जाता है. बता दें कि 100 से अधिक स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अलीगढ़ में हैं. यहां का अलीगढ़ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम प्रमुख शैक्षिक केंद्र के लिस्ट में शामिल है.