लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह (Ram Mandir )का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड शुभ मुहूर्त में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। समारोह के लिए अवध में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। इसी बीच 1 जनवरी को नए साल के अवसर पर पूजित अक्षत का वितरण शुरू हो गया है। यह 15 जनवरी तक चलेगा।
मनाएं यह उत्सव
मंदिर न्यास के महासचिव चंपत राय के मुताबिक अक्षत देते समय लोगों से अनुरोध किया जायेगा कि 22 जनवरी को सभी अपने आसपास के मंदिरों में एकत्र होकर उत्सव मनाएं। वहीं रामलला की मूर्ति भी फाइनल कर ली गई है। कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने रामलला की मूर्ति बनाई है। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और कर्नाटक के पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने एक्स पर शेयर कर दी।
पीएम मोदी भी हैं फैन
इसे लेकर योगीराज का कहना है कि उन्हें अब तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं उन मूर्तिकारों में शामिल हूं जिसे इस काम के लिए चुना गया है। योगीराज की मां सरस्वती अपने बेटे के उपलब्धि पर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने उन्हें भी रामलला की मूर्ति नहीं देखनी दी। बता दें कि 37 वर्षीय अरुण योगीराज के काम की तारीफ प्रधानमंत्री भी कर चुके हैं। उन्होंने केदारनाथ में स्थापित जगदगुरु शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा का निर्माण किया था। साथ ही इंडिया गेट पर 2022 में स्थापित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भी बनाई थी।