लखनऊ। बरेली में कांवड़ियों पर हुए लाठीचार्ज के कुछ घंटों के बाद ही आईपीएस प्रभाकर चौधरी का ट्रांसफर कर दिया गया जो कि चर्चा में बना हुआ है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रभाकर चौधरी के तबादले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि बरेली […]
लखनऊ। बरेली में कांवड़ियों पर हुए लाठीचार्ज के कुछ घंटों के बाद ही आईपीएस प्रभाकर चौधरी का ट्रांसफर कर दिया गया जो कि चर्चा में बना हुआ है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रभाकर चौधरी के तबादले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि बरेली में बीजेपी के लोग दंगा कराना चाहते थे और जिस अधिकारी ने इसे होने से रोक दिया उसे सरकार ने वहां से हटा दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि जो कानून व्यवस्था की बात करता है उसे भ्रष्ट बीजेपी की सरकार बर्खास्त कर देती है। बीजेपी सिर्फ नारे देती हैं कोई काम नहीं किया है। भारत को सिर्फ बातों से नहीं बल्कि ठोस कामों से बदला जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि इंडिया गठबंधन बीजेपी के एनडीए को हरा देगा।
2010 बैच के IPS प्रभाकर चौधरी अपनी ईमानदार छवि के लिए जाने जाते हैं। अपने 13 साल की सेवा के दौरान उनका 21 बार ट्रांसफर हुआ है। प्रभाकर चौधरी मूलरूप से अंबेडकरनगर के निवासी है। बेसिक ट्रेनिंग करने के बाद उन्होंने अंडर ट्रेनिंग एएसपी के रूप में नोएडा में ज्वाइन किया था। इसके बाद वो आगरा, जौनपुर और वाराणसी के एएसपी और कानपुर नगर के एसपी सिटी तक रहे। जिले के कमान संभालने की बात करे तो उनकी पहली पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के ललितपुर में हुई।