लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा मुखिया मायावती के बीच में जुबानी जंग छिड़ी हुई है। दोनों एक दूसरे पर हमलावर है। एक तरफ अखिलेश जहां मायावती को लेकर भरोसा न करने की बात कह रहे हैं तो जवाब में बसपा अध्यक्ष उन्हें गेस्ट हाउस कांड याद दिला रही है। इसी बीच आज अचानक मायावती को लेकर अखिलेश के सुर बदले नजर आये।
मायावती उम्र में बड़ी
उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा है कि मायावती उम्र में हमसे बड़ी हैं। वे एक बड़ी नेता हैं और हम सभी को उनका सम्मान करना चाहिए। बता दें कि अखिलेश ने समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक में ये बातें कही हैं। इससे पहले सोमवार को बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि राजनीतिक द्वेष के कारण सपा के कार्यकाल में बसपा दफ्तर के सामने पुल बनाया गया।
अखिलेश ने दिया था जवाब
जिसके जवाब में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कल (8 जनवरी) को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वह पुल बना बहुत जरूरी था। हमने दो पुलो की सूची केंद्र को दी थी। जो नियम डिफेंस और रेलवे ने दिए थे उन नियमों का पालन किया गया था। अगर उन्हें (मायावती) पुल से ज्यादा दिक्कत है तो भाजपा सरकार को पत्र लिख दें, कि पुल तुड़वा दें। भाजपा की सरकार है और उनके पास बहुत सारे बुलडोजर हैं।