लखनऊ। गाजीपुर के पूर्व बसपा सांसद अफजाल अंसारी को जमानत मिल गयी है। जिसके बाद वो 27 जुलाई को अपने पैतृक आवास मोहम्मदाबाद फटक पहुंचे। वहां पर अफजाल ने मौके पर मौजूद अपने समर्थकों और कस्बे के लोगों को संबोधित किया। मालूम हो कि तीन दिन पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत दी थी, जिसके बाद गुरुवार की शाम वो जेल से रिहा हुए।
झूठे केस में फंसाया गया
अपने पैतृक गांव में समर्थकों को संबोधित करते हुए अफजाल अंसारी ने कहा कि लोगों को पता ही होगा कि मुझे एक केस में 4 साल की सजा मिली और जेल जाना पड़ा। आज 90 दिनों के बाद अदालत से जमानत मिली है जिसके बाद रिहा हुआ हूं। हमारे खिलाफ एजेंसियों को लगाया गया है। लोगों को झूठे केसों में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है।
हमारे परिवार ने मुल्क के लिए लड़ी लड़ाई
अफजाल अंसारी ने आगे कहा कि हमारे परिवार ने मुल्क की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी, कुर्बानियां दी हैं। लेकिन आज हम पर इल्जाम लगाया गया है कि नाजायज तरीके से जनता से अवैध धन वसूली करते हैं। कमजोर लोगों की जमीन पर पर कब्ज़ा करते हैं। हमारे बाप दादा ने लोगों को बसाया है लेकिन आरोप है कि हमने गरीबों का गाला घोंटने का काम किया है।
जायेंगे सुप्रीम कोर्ट
अफजाल अंसारी ने कहा कि 29 तारीख उन लोगों का दिन था जिन्होंने साजिश की थी और 27 तारीख दुआ करने वालों लोगों का दिन है। उनके मंसूबे नाकाम हो गए हैं। अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है, हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे।
मुख़्तार के साथ मिली सजा
गाजीपुर की विशेष अदालत ने 29 अप्रैल, 2023 को 2007 के एक गैंगस्टर मामले में माफिया मुख़्तार अंसारी और अफजाल अंसारी को दोषी करार दिया था। जिसमें मुख़्तार को 10 साल की सजा सुनाई गयी थी जबकि उसके भाई अफजाल को 4 साल की जेल मिली। कोर्ट के निर्णय के बाद जनप्रतिनिधि कानून के तहत अफजाल अंसारी की सांसदी भी चली गयी।