लखनऊ। प्रयागराज में भाजपा नेता मनोज पासी के साथ थाने में पिटाई के मामले में एक्शन लिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई करते हुए 3 दरोगा और एक हेड कॉन्स्टेबल को उनके पद से निलंबित कर दिया है। भाजपा नेता के भाई अपनी जमीन पर बाउंड्री की दीवार बना रहे थे। इस जमीन पर एक व्यक्ति ने अपना दावा ठोक दिया। जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई।
अपनी शर्ट उतारकर चोट दिखाई
पुलिस ने काम रुकवा दिया। बुधवार को भाजपा नेता थाने गए। पुलिस के काम दोबारा चालू करवाने को कहा । आरोप है कि इस पर पुलिस कर्मचारी भड़क गए और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। उन्हें इतना मारा कि बेहोश हो गए। जब उन्हें होश आया तो उन्होंने थाने के बाहर अपनी शर्ट उतारकर चोट दिखाई। इस पर सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस ने क्या केवल इसलिए एक व्यक्ति को बुरी तरह पीटा क्योंकि उसका नाम ‘मनोज पासी’ है। यूपी में पीडीए समाज का व्यक्ति हमेशा ही भाजपा की प्रभुत्ववादी सोच का शिकार होगा, चाहे वह सत्तादारी दल के साथ हो, तब भी।
पुलिस कमिश्रनर को रिपोर्ट सौंपी
मनोज की पत्नी सन्नो ने पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र लिखा। इसके बाद पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया। डीसीपी सिटी अभिषेक भारती से मामले की जांच करने को कहा। देर रात उन्होंने पुलिस कमिश्नर को जांच की रिपोर्ट सौंपी। जिसके बाद कमिश्नर ने जय नारायण, श्रीराम यादव, दरोगा संतोष सिंह और हेड कॉन्स्टेबल जे यादव को निलंबित कर दिया। मनोज भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष हैं।
जूतों से बुरी तरह से पीटा गया
मनोज ने बताया कि उनके छोटे भाई रोशन लाल ने गंगादीप कॉलोनी में जमीन रजिस्ट्री कराई थी। 12 जनवरी को बाउंड्री बनवा रहे थे। इस दौरान जमीन पर अपना दावा ठोंकते हुए रहिमापुर निवासी रामा ने पुलिस को शिकायत देकर करके काम रुकवा दिया। जिसके बाद मैं थाने गया था। मैने पुलिस से कहा कि काम क्यों रोका। इस पर कर्मचारियों ने मेरे साथ अभद्रता का व्यवहार किया मेरी जूतों से पिटाई की गई। इतना मारा गया कि मैं बेहोश हो गया, जिसके बाद मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया।