लखनऊ। माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद श्रद्धालुओं का अयोध्या में आगमन जारी है। गुरुवार को भी लगभग 10 लाख से अधिक श्रद्धालु राम नगरी के दर्शन के लिए पहुंचे। इसके चलते राम मंदिर और हनुमान गढ़ी में दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है। लोगों को रामलला के दर्शन के लिए कई घंटों तक […]
लखनऊ। माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद श्रद्धालुओं का अयोध्या में आगमन जारी है। गुरुवार को भी लगभग 10 लाख से अधिक श्रद्धालु राम नगरी के दर्शन के लिए पहुंचे। इसके चलते राम मंदिर और हनुमान गढ़ी में दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है। लोगों को रामलला के दर्शन के लिए कई घंटों तक लाइनों में खड़े होना पड़ रहा है।
जिला प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण का जो प्लान मौनी पूर्णिमा के बाद लागू किया था, उसे लागू रखा गया है। होल्डिंग एरिया में लोगों को रुक-रुककर अयोध्या धाम में प्रवेश करवाया जा रहा है। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के दक्षिणी मुख्य निकास मार्ग को खोल दिया गया है। इससे श्रद्धालु सुविधा केंद्र सप्तऋषि मंदिर और कुबेर टीला के नजदीक से होते हुए श्रीराम अस्पताल के आगे टेढ़ी बाजार की ओर निकल जा रहे है। निकास की पहले वाली व्यवस्था भी यथावत बनी हुई है।
यह निकास मार्ग रामपथ पर निकलता है। वहां से अशोक सिंघल फाउंडेशन के नेत्र चिकित्सालय होते हुए रेलवे स्टेशन के लिए रास्ता जाता है। इसके साथ ही मंदिर में दर्शन सुबह 5 बजे से रात 11: 30 बजे तक जारी है। सुबह 10 बजे शयन आरती के बाद भी मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं को दर्शन करवाया जा रहा है। यह जानकारी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र ने दी है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु की इतनी भीड़ आने के बाद भी 45 मिनट से लेकर डेढ़ घंटे में रामलला के दर्शन हो रहे हैं।
लोग रामलला के दर्शन के लिए घंटों इतंजार कर रहे हैं। भीड़ इतनी ज्यादा है कि लोगों को रुक-रुककर दर्शन के लिए मंदिर में भेजा जा रहा है। वहीं, मेयर महंत गिरीश पति त्रिपाठी का कहना है कि श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए आश्रय स्थलों व टेंट सिटी में व्यवस्था की गई है।