Advertisement
  • होम
  • अध्यात्म
  • बरसाने में खेली जाने वाली मशहूर लट्ठमार होली की शुरूआत, सीएम योगी पहुंचे श्रीजी मंदिर

बरसाने में खेली जाने वाली मशहूर लट्ठमार होली की शुरूआत, सीएम योगी पहुंचे श्रीजी मंदिर

लखनऊ। मथुरा के बरसाना स्थित श्रीजी मंदिर में शुक्रवार को पारंपरिक लड्डू होली का आयोजन किया गया। बता दें लट्ठमार होली से एक दिन पहले खेली जाने वाली, इस होली का बृज में खास महत्व होता है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी श्रीजी मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के […]

Advertisement
Lathmar Holi
  • March 10, 2025 11:03 am Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

लखनऊ। मथुरा के बरसाना स्थित श्रीजी मंदिर में शुक्रवार को पारंपरिक लड्डू होली का आयोजन किया गया। बता दें लट्ठमार होली से एक दिन पहले खेली जाने वाली, इस होली का बृज में खास महत्व होता है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी श्रीजी मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के मंगलमय जीवन की कामना की।

पांडा के स्वागत में उड़े लड्डू

बरसाना की लड्डू होली की परंपरा के तहत नंदगांव के हुरियारों को आमंत्रित करने वाला दूत, जिसे ‘पांडा’ कहा जाता है, जब बरसाना लौटता है, तो उसका लड्डू बरसाकर भव्य स्वागत किया जाता है। मंदिर में मौजूद गोस्वामियों के साथ श्रद्धालु भी पांडा पर लड्डू फेंकते हैं, जिससे पूरा मंदिर परिसर आनंद और भक्ति के माहौल में डूब जाता है। लड्डू होली के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राधा बिहारी इंटर कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने रंगोत्सव कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।

रंगोत्सव का शुभारंभ

इस दौरान कलाकारों ने गीत-संगीत और नृत्य के माध्यम से राधा-कृष्ण की लीलाओं और बृज की होली की परंपरा को दोबारा जिंदा किया। बरसाना की लट्ठमार होली विश्वप्रसिद्ध है और इसकी जड़ें राधा-कृष्ण की लीलाओं से जुड़ी हैं। मान्यता है कि जब कृष्ण अपनी सखाओं के साथ राधा से मिलने बरसाना पहुंचे, तो उन्होंने राधा और उनकी सखियों को चिढ़ाना शुरू कर दिया। इससे नाराज होकर राधा और सखियों ने लाठियों से कृष्ण और ग्वालों को खदेड़ दिया।

देश-विदेश से पहुंचे भक्त

तभी से हर साल नंदगांव के हुरियारे बरसाना आकर हुरियारिनों से होली खेलते हैं और इस परंपरा को ‘लट्ठमार होली’ के नाम से मनाया जाता है। लड्डू होली के इस अनूठे आयोजन का आनंद लेने के लिए देशभर से हजारों श्रद्धालु और विदेशी भक्त बरसाना पहुंचे। कई श्रद्धालु सखी रूप में 16 श्रृंगार कर कान्हा के साथ होली खेलने पहुंचे। इस अलौकिक आयोजन का हर साल भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है और यह होली प्रेम और भक्ति का प्रतीक बन चुकी है।


Advertisement