लखनऊ। संत प्रेमानंद महाराज की रात में निकलने वाली पदयात्रा के रूट, समय और तरीका में बदलाव किया गया है। प्रेमानंद महाराज शनिवार को अपनी ऑडी कार से केली कुंज आश्रम पहुंचे। पहले वह रात के लगभग 2 बजे अपनी पदयात्रा निकालते थे,लेकिन अब वह तड़के 4 बजे कार से निकल गए। समय और तरीके […]
लखनऊ। संत प्रेमानंद महाराज की रात में निकलने वाली पदयात्रा के रूट, समय और तरीका में बदलाव किया गया है। प्रेमानंद महाराज शनिवार को अपनी ऑडी कार से केली कुंज आश्रम पहुंचे। पहले वह रात के लगभग 2 बजे अपनी पदयात्रा निकालते थे,लेकिन अब वह तड़के 4 बजे कार से निकल गए। समय और तरीके के साथ-साथ उनके रुट में भी बदलाव किया गया है।
अब वह बदले रुट से केली कुंज आश्रम पहुंचे। प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए खड़े भक्तों ने उनकी कार निकलने के बाद सड़क पर झुककर उन्हें नमस्कार किया। दो दिन पहले आश्रम की ओर से रात की पदयात्रा अनिश्चित काल के लिए बंद करने की सूचना जारी की गई थी। इससे भक्त निराश हो गए थे। आश्रम प्रबंधन ने पदयात्रा स्थगित करने के पीछे महाराज के खराब स्वास्थ्य और बढ़ती भीड़ का हवाला दिया था। हालांकि, चार दिन पहले सोसाइटी की महिलाओं ने प्रेमानंद महाराज के रात्रि दर्शन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। इसकी प्रशासन से शिकायत भी की थी।
संत प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से कार में बैठकर प्रेम मंदिर के सामने से रमण रेती पुलिस चौकी होते हुए केली कुंज आश्रम पहुंचे। इस रूट से केली कुंज आश्रम की दूरी लगभग आधा किलोमीटर बढ़ गई। केलि कुंज आश्रम के संत नवल नागरी दास महाराज ने बताया कि महाराज जी को लगभग 20 साल से किडनी की समस्या है। पहले हफ्ते में 3 बार डायलिसिस होती थी, लेकिन अब उनकी समस्या बढ़ गई है तो हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस की जा रही है। स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूर होने के बाद वह फिर से पैदल यात्रा शुरू करेंगे।
संत प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी में रहते हैं। इस सोसाइटी में उनके 2 फ्लैट हैं। HR 1 ब्लॉक के फ्लैट नंबर 209 और 212 उनके पास हैं। 2 BHK इन फ्लैट में से एक में वह रहते हैं। दूसरे फ्लैट में डायलिसिस का इंतजाम किया है। इसी फ्लैट में उनका हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस किया जाता है। संत प्रेमानंद महाराज के पदयात्रा न करने से भक्त निराश हैं। केली कुंज आश्रम के बाहर देर शाम से ही भक्तों की भीड़ इकट्ठा होने लगती है।
भीलवाड़ा से आईं महिला भक्त ने कहा वह दर्शन करने आई थी, लेकिन जब पता चला कि महाराज जी पदयात्रा नहीं कर रहे तो दुखी हो गई, लेकिन महाराज जी जल्द स्वस्थ हों। दर्शन बाद में भी कर लेंगे।