लखनऊ। समाजवादी पार्टी (SP) सांसद डिंपल यादव ने महिला आरक्षण बिल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब आप यह आरक्षण लेकर आए हैं और जब आपका अस्तित्व और वर्चस्व ओबीसी मतदाताओं पर आधारित है. उन्होंने कहा है कि आप 10 साल सरकार में ओबीसी (OBC) मतदाताओं के दम पर ही हैं, तो फिर आप […]
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (SP) सांसद डिंपल यादव ने महिला आरक्षण बिल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब आप यह आरक्षण लेकर आए हैं और जब आपका अस्तित्व और वर्चस्व ओबीसी मतदाताओं पर आधारित है. उन्होंने कहा है कि आप 10 साल सरकार में ओबीसी (OBC) मतदाताओं के दम पर ही हैं, तो फिर आप ओबीसी महिलाओं को राजनीतिक अधिकार क्यों नहीं देना चाहते?।
वहीं लोकसभा में सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि सरकार को 10 साल पूरे होने के बाद महिलाओं की याद आई हैं. पिछले दस साल में सरकार को किसी महिला के प्रति कोई ध्यान नहीं आया. इससे पहले लोकसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद डिंपल यादव ने कहा था कि अगर सरकार की इच्छा सकारात्मक है और उनकी सोच है कि महिलाओं को उनका अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए, तो हम मांग करते हैं कि इसमें अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग की महिलाओं को भी शामिल किया जाए. इसके सात ही उन्होंने कहा कि बेहद जरूरी है कि ओबीसी (OBC), एससी (SC) और अल्पसंख्यक महिलाओं को आरक्षण मिले। वहीं समाजवादी पार्टी की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल ने भी इस बिल को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाया है. इस दौरान रालोद प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि रालोद के संस्थापक और पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह ने 1977 में संसद और विधानसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण की वकालत की थी. महिला आरक्षण विधेयक लाने में भाजपा सरकार को 9 वर्ष से अधिक समय लग गए।
वहीं इस बिल को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए (NDA) पर महिला आरक्षण विधेयक के रूप में ‘घोर झूठ’ के साथ नए संसद भवन का कामकाज शुरू करने का आरोप लगाया है।