लखनऊ : केंद्र की मोदी सरकार ने हाल ही में 8 राष्ट्रीय हाई-स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। इसमें उत्तर प्रदेश से जुड़ी तीन सड़क परियोजनाएं शामिल थीं. केंद्र सरकार का यह फैसला ऐसे वक्त आया जब विपक्ष सरकार पर बजट में उत्तर प्रदेश की अनदेखी का आरोप लगा रहा था. लेकिन अब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार के सामने एक नई मांग रखी है.
एक्सप्रेसवे और सड़कों के निर्माण में तेजी लाने की अपील की
अखिलेश यादव ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर कहा, ‘सादर निवेदन है कि उत्तर प्रदेश के विकास को गति देने के लिए भारत सरकार द्वारा पहले से स्वीकृत निम्नलिखित एक्सप्रेसवे और सड़कों के निर्माण में तेजी लाने की कृपा करें. NHI द्वारा स्वीकृत संरेखण, इटावा (उत्तर प्रदेश) और कोटा (राजस्थान) को जोड़ने वाले 408.77 किमी लंबे चंबल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा किया जाना चाहिए।
इन एक्सप्रेस-वे के लिए की मांग
सपा प्रमुख ने आगे कहा, ‘मध्य प्रदेश में ग्वालियर से लिपुलेख तक प्रस्तावित 6-लेन सड़क का निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाए. बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को सतना से जोड़ा जाए और जहां से एक्सप्रेस-वे इटावा में शुरू होता है, उसे हरिद्वार तक ले जाया जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को पखनपुरा गांव तक 25 किलोमीटर तक बढ़ाया जाए और बिहार के बक्सर-भागलपुर तक एक्सप्रेस-वे बनाया जाए, ताकि भागलपुर से दिल्ली तक एक्सप्रेस-वे मिल सके।
सपा ने केंद्र सरकार से की बड़ी मांग
उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के नैमिषारण्य कट से शुरू होकर हरिद्वार तक नया एक्सप्रेस-वे बनाया जाए। दरअसल, हाल ही में केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए 6-लेन आगरा-ग्वालियर नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर, 4-लेन अयोध्या रिंग रोड और 6-लेन कानपुर रिंग रोड को मंजूरी दी थी। फिर पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 50,655 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई, जिसमें 8 राष्ट्रीय हाई स्पीड सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई. लेकिन अब सपा मुखिया ने सरकार के सामने नई मांग रख दी है.