लखनऊ। यूपी नगर निकाय चुनाव की घोषणा होते ही राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। सत्ता पक्ष से लेकर तमाम विपक्षी पार्टी चुनाव की तैयारियों में लग गई है। वहीं योगी सरकार ने फैसला लिया है कि नगर निकाय चुनाव में मौजूदा एमपी-एमएलए व मंत्री के रिश्तेदारों को बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं […]
लखनऊ। यूपी नगर निकाय चुनाव की घोषणा होते ही राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। सत्ता पक्ष से लेकर तमाम विपक्षी पार्टी चुनाव की तैयारियों में लग गई है। वहीं योगी सरकार ने फैसला लिया है कि नगर निकाय चुनाव में मौजूदा एमपी-एमएलए व मंत्री के रिश्तेदारों को बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं दिया जाएगा। सीएम योगी के इस फैसले को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बयान सामने आया है। उन्होंने जानकारी दी है कि आखिरकार CM योगी ने ये फैसला क्यों लिया हैं।
ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह पहले से ही परंपरा है कि बीजेपी स्थानीय समीकरणों को देखते हुए टिकट देती है। आपसी समझ और सुचिता के आधार पर सामंजस्य बनाते हुए टिकट दिया जाएगा। बीजेपी जिला स्तर से सूची बनाकर टिकट पर आगे बढ़ेगी और दावेदारी के आधार पर टिकट देगी। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता के मन की बात को भी सुनेगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में होने वाले पहले चरण के निकाय चुनाव के लिए आज नामांकन शुरू हो गया है। जनपद में आज से प्रत्याशी नामांकन कर सकेंगे। पहले चरण के लिए 17 अप्रैल तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। पहले चरण के नामांकन से लेकर मतदान तक के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। मालूम हो कि प्रदेश के 17 नगर निगमों में से 10 का चुनाव पहले चरण में संपन्न होगा। इनमें लखनऊ, सहारनपुर, मुरादाबाद, झांसी, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, फिरोजाबाद व मथुरा सीट शामिल हैं।