लखनऊ: अपने बयानों से हमेशा चर्चा में बने रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है। मौर्य ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर बड़ा बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने सावरकर को लेकर भी टिप्पणी की है। मौर्य ने कहा कि हमारा देश अलग-अलग धर्म और मजहब का है। सबको अपना धर्म मानने का अधिकार है। अगर भाजपा सरकार कुछ करना करना ही चाहती है तो सबसे पहले 38, 39, 40 और 41 अनुच्छेद के उपबंधों पर काम करे। फिर जाकर अनुच्छेद 44 की बात करे।
राष्ट्रपति को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जाता
सपा नेता मौर्य ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मंदिर के अंदर नहीं जाने पर भी कहा कि हमारे देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जाता है और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ऊँचे जाति के हैं तो उन्हें मंदिर के अंदर जाने दिया गया। ऐसे ही पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी अपमान झेलना पड़ा था। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुस्लिम लीग एक राष्ट्र की बात करती थी, राष्ट्रवाद की बात करती थी तो वहीं सावरकर द्विराष्ट्र की बात करते थे।
भाजपा ने UCC को लेकर विपक्ष को घेरा
इससे पहले सामान नागरिक संहिता पर प्रधानमंत्री मोदी के रुख की आलोचना करने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी चालों पर निशान साधा है। बीजेपी ने कहा कि यह संविधान में राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत के तौर पर है और इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट का भी ‘फैसला’ है। कांग्रेस ने मंगलवार को यूसीसी की जोरदार वकालत करने के लिए मोदी पर हमला बोला था और कहा कि उन्हें पहले देश में गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी के बारे में बात करनी चाहिए।
UCC को लेकर पीएम मोदी ने दिया था बयान
पीएम मोदी ने भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान समान नागरिक संहिता की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि संविधान में भी सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार होने का उल्लेख है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने फैसला किया है कि वह तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति का रास्ता नहीं अपनाएगी साथ ही पीएम ने परिवार का जिक्र करते हुए कहा था कि एक परिवार में दो तरह के कानून जब नहीं हो सकते हैं तो एक देश के में कई कानून कैसे हो सकते हैं।