लखनऊ। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट(UP Budget)आज विधानसभा में पेश कर दिया गया। प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 7 लाख 36 हजार 437 करोड़ 71 लाख रुपए का बजट सदन में रखा। यह उत्तर प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा बजट है। इसमें 24 हजार करोड़ की नई योजनाएं है। प्रदेश का राजकोषीय घाटा वित्तीय वर्ष में 3.46 फीसदी है। चुनावी वर्ष के बजट में महिलाओं, युवाओं, किसान और रोजगार सृजन पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया। हालांकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है।
यूपी वाले को डिलीवरी बॉय बना दिया
अखिलेश यादव ने कहा कि आज प्रदेश का बजट(UP Budget पेश हुआ है और हर बार की तरह सरकार इस बार भी यह कह रही है कि सबसे बड़ा बजट है। सरकार ने बजट में कई फसलों के नाम लिए हैं लेकिन कोई भी फसले खरीदी नहीं जा रही है। इतने बड़े बजट के बावजूद लोगों के पास नौकरी नहीं है। सरकार ने पूरे यूपी के नौजवानों को डिलीवरी बॉय बना दिया है। सरकार की Ease of Cheating की वजह से 75 जिलों में साइबर अपराध शाखा खोलना पड़ रहा हैं।
वित्त मंत्री को माउस चलाने नहीं आता
अखिलेश यादव ने आगे सुरेश खन्ना पर तंज कसते हुए कहा कि वित्त मंत्री को माउस चलाना नहीं आता तो फिर ऐसे में उनसे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वह अच्छा बजट पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि बजट केवल नाम का नहीं बल्कि काम का भी होना चाहिए। दिल्ली-लखनऊ वाले सिर्फ बड़े-बड़े सपने दिखा रहे हैं। बीजेपी सरकार का यह बजट सिर्फ 10 फीसदी लोगों के लिए है। इससे 90 प्रतिशत लोगों को मायूसी ही हाथ लगी है। बजट से न महंगाई से राहत मिली है और न किसानों की आय दोगुनी हो रही है।
बजट श्रीराम को समर्पित
बता दें कि योगी सरकार का आठवां बजट प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है। इसमें न सिर्फ महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों पर बल्कि कनेक्टिविटी विस्तार और इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। लोकसभा चुनाव से पहले पेश हुए इस बजट में सरकार ने धार्मिक शहरों के विकास पर जोर दिया है। अयोध्या, काशी, मथुरा और कुंभ मेले के लिए सरकार ने बजट में खजाना खोल दिया है। सीएम योगी ने बजट को श्री राम समर्पित किया है।