लखनऊ। यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष घोषित होने के बाद समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय ने राज्य के डिप्टी सीएम, उर्जा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया।इस दौरान सवाल का जवाब होते हुए ब्रजेश पाठक ने सदन में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
लिखित शिकायत की मांग
माता प्रसाद पांडेय ने बतौर नेता प्रतिपक्ष सदन में अपना पहला सवाल किया है। उन्होंने पूछा कि जब आप मेडिकल कॉलेज बना रहे थे तब उसमें प्रावधान था कि आप 500,1000 बेड का अस्पताल का अलग निर्माण कराएंगे, लेकिन ऐसा न करके आपने उसे जिला अस्पताल से बदल दिया। उसी को आधार बना कर आपने मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवा दिया। जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज से परिवर्तित कर दिया तो क्या यह सुनिश्चित किया गया कि वहां निःशुल्क दवाएं और सेवाएं मिलेंगी या नहीं? क्योंकि लोगों को मुफ्त में इलाज मुहैया नहीं हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह नेता प्रतिपक्ष का पहला सवाल है। हम इसका पूरा सम्मान करते है। जिन जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित किया गया है, चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्थानांतरित किया गया है। सभी में पहले की तरह ही निःशुल्क सेवाएं जारी है।
बिजली कटौती पर पूछे सवाल
इसके बाद पाठक डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर आपके पास इसकी शिकायत है कि मुफ्त सुविधा के लिए अब पैसे लिए जा रहे हैं तो आप लिखित में दे सकते है। हम उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। इसके बाद माता प्रसाद पांडेय ने उर्जा विभाग के मंत्री से भी सवाल किया। मैं आपसे जानना चाहता हूं कि आज से कुछ दिन पहले आप बिजली प्रचुर मात्रा में दे रहे थे क्या कारण है जिसकी वजह से आपने कटौती करने का निर्णय लेना पड़ा। क्या उत्पादन कम हो गया या क्षमता से कम बिजली केंद्र से मिली? इस पर उर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि 2021- 22 में जो बिजली मिलती थी उससे 31 फीसदी का नुकसान होता था। इतने बड़े घाटे के साथ किसी सिस्टम को चलाना बड़ा मुश्किल होता है। हर यूनिट पर बिजली विभाग को नुकसान होता है। हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा बिजली दे सकें।