Ramcharitmanas controversy: रामचरितमानस को लेकर देश में छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को लखनऊ में ओबीसी मोर्चा ने रामचरितमानस की कुछ प्रतियां जलाई. ओबीसी मोर्चा के इस कृत्य को लेकर काफी नाराजगी जताई जा रही है. अयोध्या के साधु संतों में खासी नाराजगी देखने को मिली है. अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने विवादीत बयान देते हुए कहा है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर कलम करने वाले व्यक्ति को वो 21 लाख रुपए का इनाम देंगे.
स्वामी प्रसाद मैर्य की वजह से लगातार हो रही धार्मीक ग्रंथों की उपेक्षा
अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने बयान दिया कि अखिलेश यादव कहते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने किसी धर्म का अपमान नहीं किया है, लेकिन अखिलेश यादव की बातों को दरकिनार करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार धार्मिक ग्रंथों को अपमानित कर रहे हैं. साधु-संतों को आतंकवादी कहना, उन्हें अपमानित करना साथ ही ब्राह्मणों को गाली देना ये कहां का विवेकपूर्ण काम है? उन्होंने कहा कि रामचरितमानस पर लगातार टीका-टिप्पणी करना उनकी मनोदशा को दर्शाता है. साथ ही उन्होंने कहा कि लखनऊ में आज जो ओबीसी मोर्चा द्वारा रामचरितमानस की प्रतियां जलाई गई हैं वह स्वामी प्रसाद मौर्य की वजह से हुआ है.
राजू दास अखिलेश पर भी हमलावर हुए
राजू दास ने अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने कार्यवाही करने के बजाय पार्टी में उनका कद बढ़ा दिया. इस कारण से साधु-संतों में काफी रोष है. राजू दास ने आगे कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में यह भी कहा था कि हाथी चले बाजार और कुत्ता भौके हजार. उन्होंने साधु संतों और ब्राह्मणों की तुलना कुत्ते से की है. जानकारी के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्य का सर तन से जुदा करने वाले को राजू दास ने 21 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है.
उत्तर प्रदेश सरकार से की कार्रवाई की मांग
महंत राजू दास ने उत्तर प्रदेश सरकार से यह मांग की कि प्रदेश की राजधानी में जो रामचरितमानस की प्रतियां जलाई गई हैं उनमें जितने लोग शामिल थे उनपर सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा उनपर कार्रवाई नहीं की जाती है तो हिंदू समाज के लोगों द्वारा खुद से उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.