लखनऊ। अखिलेश ने गुरुवार को सपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कई बड़ी बाते कही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर में गुजरात वाले से लोगों को बचकर रहना चाहिए। अयोध्या में किसानों की जमीन छीनी जा रही है। जहां आश्रम बनने चाहिए, वहां अब होटल बन रहे हैं। भगवान राम इन लोगों को माफ नहीं करेंगे।
किसानों ने रखी अपनी बात
भगवान राम के निशाने पर मिल्कीपुर से भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु थे। भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु कपड़े और पेपर के कारोबारी हैं। वो गुजरात से कपड़ा मंगवाते है और यहां व्यापार करते हैं। उनकी गुजरात के BJP नेताओं से अच्छी बातचीत है। अखिलेश ने सीएम योगी पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि दोनों डिप्टी सीएम और मुख्यमंत्री को हम हाथ पकड़कर ले जाएंगे और सरयू में डुबकी लगवाएंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अयोध्या के 8-10 किसान भी शामिल हुए थे। जिनमें से 5 किसानों ने अपनी बात रखी।
किसानों की छीनी जा रही जमीन
जिसमें किसानों ने कहा कि किसानों की जबरन जमीन छीनी जा रही है और मुआवजा भी सही नहीं दिया जा रहा। सपा कार्यालय में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने 5 बड़ी बाते कही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता जानते हैं कि भाजपा उनकी सगी नहीं है। किसानों का सबकुछ छीना जा रहा। कई पीढ़ियों से लोग यहां रह रहे हैं, लेकिन सरकार जानबूझकर उनकी जमीनें छीन रही है और उसका सही मुआवजा भी नहीं दे रही।
अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी बनानी चाहिए
अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाया जाना चाहिए, लेकिन लोगों से उनकी जमीने छीनकर नहीं। अगर सरकार को 6 गुना मुआवजा देना पड़े, तो उसे देना चाहिए। सरकार को मुआवजे के लिए पीछे नहीं हटना चाहिए। अगर मौजूदा सरकार ऐसा नहीं करती, तो हमारी सरकार बनने पर हम यह करेंगे। हम लोगों को 6 गुना मुआवजा देंगे। अगर सपा को मौका मिलेगा, तो अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाई जाएगी। हमने जिस भवन को वर्ल्ड क्लास बनाया था, उसमें बैठकर वे काम कर रहे हैं।
निष्पक्ष चुनाव का उदाहरण पेश करें
भाजपा सरकार ऐसी एक भी इमारत नहीं बना पाई। अयोध्या की ज्यादातर रजिस्ट्री भाजपा के नेताओं के नाम पर ही क्यों हो रही है? सपा बिजली के प्राइवेटाइजेशन के पक्ष में नहीं है। देश का सबसे बड़ा चुनाव मिल्कीपुर में होने जा रहा है। यह चुनाव जरूर देखना चाहिए। ऐसे चुनावों की स्टडी की जानी चाहिए। चुनाव पारदर्शी होना चाहिए। सरकार को निष्पक्ष चुनाव का उदाहरण पेश करना चाहिए।