लखनऊ। मंगलवार (6 मई) को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान होना है। लेकिन उससे पहले सपा में एक बड़ा फेरबदल हुआ है। दरअसल, पार्टी ने बड़ा फैसला लेते हुए वरिष्ठ नेता श्यामलाल पाल (Shyam Lal Pal) को उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। बता दें कि इससे पहले इस पद पर नरेश उत्तम पटेल थे। लेकिन इस बार नरेश उत्तम पटेल, फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि चुनावी व्यस्तता के चलते नरेश उत्तम पटेल संगठन के कामों में पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे थे।
प्रयागराज से हैं श्यामलाल पाल
वहीं श्यामलाल पाल प्रयागराज के निवासी हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अखिलेश यादव का ये दांव पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यकों के लिए है। पिछले साल ही श्यामलाल को पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी का उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ चुके समाजवादी पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष, श्यामलाल पाल प्रयागराज की प्रतापपुर विधानसभा सीट से हैं। वो शिक्षाविद् हैं और एक इंटर कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर भी हुए हैं।
बता दें कि श्यामलाल पिछले लगभग 20 सालों से समाजवादी पार्टी में है। वो सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की कमेटी में उपाध्यक्ष रह चुके हैं और 2002 में अपना दल के टिकट पर प्रतापपुर सीट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
हालांकि, चुनाव लड़ने के कुछ दिनों बाद ही वो समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। इतना ही नहीं सपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल श्यामलाल पाल (Shyam Lal Pal) की गिनती सपा के बड़े ओबीसी नेताओं के रूप में होती है। उन्हें अक्टूबर 2021 में प्रदेश महासचिव नियुक्त किया गया था। जिसके बाद अगस्त 2023 में उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अब पार्टी ने श्यामलाल को प्रदेश अध्यक्ष जैसा बड़ा दायित्व सौंपा है।
ओबीसी वोटर्स को साधने की कोशिश
सपा मुखिया अखिलेश यादव के अनुसार, उनका ध्यान पीडीए पर है। इसमे पीडीए का मतलब पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक है। अब अखिलेश ने श्यामलाल पाल को यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाकर ओबीसी वोटर्स पर निशाना साधने की कोशिश की है। ऐसे में तीसरे चरण की वोटिंग से पहले उनकी पार्टी प्रदेश में जातीय समीकरण साधने के प्रयास में है।