लखनऊ। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करके नया विवाद शुरू कर दिया है। दरअसल सीएम स्टालिन के बेटे ने सनातन धर्म पर हमला करते हुए कहा है कि यह मलेरिया-डेंगू की तरह है, हम इसका विरोध नहीं कर सकते इसे खत्म कर देना चाहिए। वहीं इस बयान के बाद बवाल मच गया है। स्टालिन के बेटे उदयनिधि के इस अनर्गल बयान पर प्रयागराज के तीर्थपुरोहित भड़क गए हैं।
सनातन पर कीचड़ उछाल रहे दोनों
तीर्थपुरोहित गंगा महासभा के बैनर तले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि का पुतला फूंका गया। इस दौरान निर्णय लिया गया कि दोनों नेताओं और उनके परिवार के किसी सदस्य का संगम क्षेत्र में तर्पण-पूजन नहीं करने दिया जाएगा। तीर्थपुरोहित गंगा महासभा के अध्यक्ष गिरजेश भरद्वाज, उपाध्यक्ष गोविंद मिश्र एवं महामंत्री कमल शर्मा ने इस दौरान कहा कि राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए सनातन धर्म पर कीचड़ उछाल रहे हैं जो कि अक्षम्य कृत्य है।
सार्वजानिक रूप से मांगे क्षमा
उन्होंने कहा कि उनके अपमानित करने से सनातन धर्म का वैभव कम नहीं होगा लेकिन अब दोनों नेताओं और उनके परिजनों का न पूजन कराया जायेगा और न ही मृत्यु के बाद तर्पण। अगर दोनों नेता सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगेंगे तो ही पूजन व तर्पण कराया जाएगा। बता दें कि इससे पहले आयोध्या के संत परमहंस आचार्य ने कहा था कि जो भी उदयनिधि का सिर कलम करके लाएगा उसे इनामस्वरूप 10 करोड़ रूपया दिया जायेगा।