लखनऊ। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद के ऊपर बुधवार को कुछ लोगों ने यूपी के देवबंद में फायरिंग कर दी। अज्ञात हमलावर सफ़ेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार से आए थे। उन्होंने अचानक से चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर गोलियां बरसा दी। हमलवारों की तरफ से चार राउंड फायरिंग की गई जिसमें से एक गोली आजाद की कमर को छूते हुए निकल गई। इस घटना में वो घायल हो गए। गुरुवार शाम उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। चंद्रशेखर पर हुए इस हमले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने विरोध दर्ज किया।
मैं मर भी जाता तो बुरा नहीं लगता
सबकी निगाहें मायावती पर थी लेकिन वो इस घटना पर खामोश रही। बसपा प्रमुख मायावती ने चंद्रशेखर को लेकर कोई प्रतिकिया नहीं दी। वहीं इस बारे में जब भीम आर्मी चीफ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बहन जी हमसे बड़ी हैं लेकिन वो मुझे अपना छोटा नहीं मानती। अगर मैं मर भी जाता तो उन्हें बुरा नहीं लगता।
अपराधियों का संरक्षण करती सरकार
बता दें कि योगी सरकार पर निशाना साधते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि सरकार के संरक्षण में अपराधी पल रहे हैं। अपराधियों में कोई डर और भय नहीं हैं। 3 लोगों ने हमारे ऊपर हमला किया। हमलावरों ने एक के बाद एक कई राउंड फायर किए। मैं बच गया क्योंकि मेरे साथ करोड़ों लोगों का आशीर्वाद है। गरीबों,शोषितों,वंचितों का आशीर्वाद मेरे साथ है। मैं गोली-बंदूक से नहीं डरता हूं।