लखनऊ: बसपा में बड़ा उलटफेड़ होता दिख रहा है। इस बीच बसपा मुखिया मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकाल दिया है। यह जानकारी पार्टी अध्यक्ष ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर की है। संबंधित खबरें ‘जिन्होंने बस्तियों को लूटा वही […]
लखनऊ: बसपा में बड़ा उलटफेड़ होता दिख रहा है। इस बीच बसपा मुखिया मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकाल दिया है। यह जानकारी पार्टी अध्यक्ष ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर की है।
BSP अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा- बीएसपी की ओर से ख़ासकर दक्षिणी राज्यों आदि के प्रभारी रहे डा अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद व श्री नितिन सिंह, ज़िला मेरठ को, चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी आदि की पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
अशोक सिद्धार्थ के बारे में कहा जाता है कि वो बसपा के इतने लो प्रोफाइल नेता हैं. जो पार्टी में पर्दे के पीछे रहकर काम करने को महत्व देते हैं. चर्चाओं से हमेशा दूर रहें हैं. उनकी गिनती लंबे समय तक मायावती के बेहद करीबी नेताओं में होती रही है. मायावती से निकटता के कारण उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी और राजनीति में आ गये। मायावती ने उन्हें पहला एमएलसी बनाया. इसके बाद साल 2016 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया. वह साल 2022 तक राज्यसभा के सदस्य रहे.
इतना ही नहीं, बसपा ने उन्हें सतीश चंद्र मिश्रा के साथ राज्यसभा भेजा था. अशोक सिद्धार्थ दलित समुदाय से आते हैं. उनकी पत्नी मायावती शासनकाल में यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। अशोक सिद्धार्थ पेशे से डॉक्टर हैं. उन्होंने अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन बुन्देलखण्ड यूनिवर्सिटी से की। उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई कॉलेज से नेत्र विज्ञान में डिप्लोमा किया है।