लखनऊ। उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को अवैध मदरसा तोड़े जाने की कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा में अब तक छह दंगाइयों की मौत हो गयी है। वहीं हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में दूसरे दिन भी कर्फ्यू लगा रहा। इधर हल्द्वानी हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी बढ़ गई है। इसी कड़ी में बीएसपी चीफ मायावती ने इस हिंसा और कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
रोकी जा सकती थी हल्द्वानी घटना
बसपा प्रमुख ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि उत्तराखण्ड के हल्द्वानी में हुई हिंसा और उसमें जान-माल की हुई क्षति अति-चिन्तनीय है। अगर सरकार, प्रशासन व खूफिया तंत्र सतर्क होता तो इस घटना को रोका जा सकता था। सरकार इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए तथा अमन-चैन भी कायम करे।
बरेली पर ध्यान दे सरकार
वहीं बरेली में शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन पर मायावती ने कहा कि साथ ही उत्तराखण्ड से लगे यूपी के जिला बरेली आदि में भी आए दिन किसी ना किसी मुद्दे को लेकर तनाव की स्थिति बनी रहती है, जिसे समय रहते सरकार को नियन्त्रित कर लेना चाहिये ताकि यहां भी शान्ति व्यवस्था बनी रहे।
तौकीर रज़ा की हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बरेली से इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को शुक्रवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। उन्होंने उत्तराखंड में हिंसा को लेकर गिरफ्तारी का ऐलान किया था। तौकीर रजा के आह्वान पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। जिसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। इससे पहले तौकीर रज़ा ने ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण पर जेल भरो का आवाह्न किया था।